ज्योतिषाचार्य डब्बावाला के मुताबिक इस माह बाद 1 मई को बृहस्पति यानी देवराज गुरु मेष राशि को छोड़कर वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे। इसके कारण शैक्षणिक गतिविधि और शिक्षा के मूल सूत्रों में भी तकनीकी परिवर्तन दिखाई देगा।
13 अप्रैल को सूर्य का मेष राशि में प्रवेश होगा। मीन राशि को छोड़कर सूर्य मेष राशि में प्रवेश करेंगे। मेष राशि का अधिपति मंगल है। सूर्य मेष राशि में उच्च के माने जाते हैं और मंगल सूर्य के मित्र हैं। इस कारण सूर्य का प्रभाव प्रबल होगा। इससे मौसम में तपिश बढ़ेगी। धर्म आध्यात्म संस्कृति को बल मिलेगा। साथ ही कृषि से जुड़े मामलों में परिवर्तन और संशोधन दिखाई देंगे।
डब्बावाला ने बताया अप्रैल में दो ग्रहों का उच्च का होना विशेष कर शुक्र का मीन में और सूर्य का मेष में उच्च होना, विशेष लाभ प्रदान करेगा। यह बाजार के साथ राष्ट्रीय स्तर पर भी नीति सिद्धांत में सफलता दिलाएगा। पड़ोसी देशों से कूटनीतिक सफलता मिलेगी अर्थात अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कूटनीतिक विजय की प्राप्ति का भी योग है। भारतीय बाजारों में भी कहीं-कहीं कीमतों में उतार-चढ़ाव से आम जनमानस को कुछ स्थिति में राहत का अनुभव होगा।
डब्बावाला ने बताया कि राजनीतिक दृष्टिकोण से शुक्र राहु की युति बनेगी। एक माह में यह युति कई दिग्गज नेताओं के स्थान परिवर्तन का संकेत कर रही है। यही नहीं राजनीति में क्षेत्रीय और केंद्रीय भूमिका निभाने वाले कद्दावर नेताओं के लिए भी परिवर्तन का समय रहेगा। इस दृष्टि से यह समय विशेष नीति के तहत अपनी योग्यता को साबित करने वाला माना जाएगा।