
मंगल गोचर का राशियों पर प्रभाव
मंगल का क्या होता है प्रभाव
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगल और सूर्य मनुष्य के शरीर में अग्नि तत्व को नियंत्रित करते हैं। मंगल के प्रभाव से जातक बोल्ड, आवेग में आने वाले और अपने विचारों को लेकर स्पष्ट होते हैं। 03 अक्टूबर 2023 की शाम 05.12 बजे मंगल ग्रह ने तुला राशि में प्रवेश किया है, जो राशि चक्र की सातवीं और वायु तत्व की राशि है। इसी के साथ यह स्वभाव से पुरुष और शुक्र ग्रह की राशि है। तुला राशि न्याय, संतुलन, सुंदरता, और सौहार्द्र को दर्शाती है और यह मंगल के स्वभाव से विपरीत है, इसलिए मंगल का तुला राशि में गोचर ज्यादा अच्छा नहीं माना जा रहा है। इस राशि में बैठे मंगल जीवन, वैवाहिक जीवन और कानूनी साझेदारी में समस्याएं पैदा करने का काम कर सकते हैं। उग्र स्वभाव के चलते कई परेशानियां आपके मार्ग में आ सकती हैं। लेकिन, इसके विपरीत, तुला राशि में स्थित मंगल जातकों को पार्टनरशिप और वैवाहिक जीवन में कार्योन्मुख बनाएंगे।
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए मंगल आपके लग्न भाव और आठवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके सातवें भाव में गोचर करेंगे। यह भाव जीवनसाथी और व्यापार साझेदारी का भाव है। मंगल एक उग्र और क्रूर ग्रह है, यह प्रभुत्व तथा अधिकारों का प्रतिनिधित्व करता है। इसलिए इसका तुला राशि में गोचर दांपत्य जीवन और रिलेशनशिप में समस्याएं दे सकता है। मंगल का तुला राशि में गोचर वैवाहिक जीवन में अनिश्चितता पैदा करेगा। लेकिन, मंगल का तुला राशि में गोचर होने से इस राशि के उन लोगों को जो सिंगल हैं और विवाह के बंधन में बंधना चाहते हैं, उन्हें इस दौरान अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। हालांकि यह समय पेशेवर जीवन के लिए फलदायी साबित होगा, विशेष रूप से उन जातकों के लिए जो बिज़नेस पार्टनरशिप की शुरुआत करना चाहते हैं। लग्न भाव पर मंगल की सातवीं दृष्टि होने से व्यवहार थोड़ा आक्रामक और दूसरों पर हावी होने वाला हो सकता है। इस समय गले से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याएं या परिवार के किसी सदस्य का स्वास्थ्य बिगड़ना आदि समस्याएं परेशान कर सकती हैं, या फिर जीवनसाथी को कुछ अनिश्चितताओं से जूझना पड़ सकता है। इसका असर आपकी बचत पर दिखाई दे सकता है।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए मंगल बारहवें और सातवें भाव के स्वामी हैं और छठे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। कुंडली में छठा भाव शत्रु, स्वास्थ्य, प्रतियोगिता, मामा आदि का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसे में वृषभ राशि वालों के लिए मंगल का तुला राशि में गोचर अच्छा कहा जा सकता है क्योंकि इस दौरान आपके शत्रु और प्रतिद्वंद्वी आपको नुकसान पहुंचाने में सक्षम नहीं होंगे और आप उन पर विजय हासिल करेंगे। लेकिन पार्टनर को स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। चिकित्सा पर होने वाले खर्चों के साथ-साथ हानि में भी बढ़ोतरी हो सकती है। इस दौरान आर्थिक जोखिम उठाने या फिर पैसा उधार लेने या देने से बचना होगा। इस समय आपका झुकाव धार्मिक गतिविधियों में होगा और आपके भीतर उच्च शिक्षा हासिल करने की इच्छा दिखाई देगी। आपको हर कदम पर पिता, गुरु और मेंटर का समर्थन भी मिलेगा। लेकिन, इन जातकों को अपने पिता की सेहत का ध्यान रखना होगा। मंगल का तुला राशि में गोचर की अवधि में कार्यस्थल पर आपको कुछ बदलावों का अनुभव हो सकता है या फिर काम के सिलसिले में आपको लंबी दूरी की यात्रा या विदेश यात्रा पर जाना पड़ सकता है। आपके खर्चों में भी वृद्धि होने की आशंका है। आप स्वभाव से थोड़े चिड़चिड़े, आक्रामक और दूसरों पर हावी होने वाले हो सकते हैं। साथ ही, लोग आपके बारे में गलत धारणा भी बना सकते हैं।
मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों की कुंडली में मंगल छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके पांचवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। इसके प्रभाव से मंगल गोचर से मिले-जुले परिणाम मिलेंगे। मंगल का तुला राशि में गोचर सट्टा बाजार जैसे शेयर मार्केट से जुड़े लोगों के लिए अत्यंत शुभ साबित होगा। इस दौरान आप अच्छा खासा लाभ कमाने में सक्षम होंगे। साथ ही मिथुन राशि के उन छात्रों के लिए मंगल का यह गोचर अच्छा रहेगा जो इंजीनियरिंग, मेडिकल आदि से जुड़े हैं या किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। इनका प्रदर्शन इस समय शानदार रहेगा। इसके विपरीत, मंगल का तुला राशि में गोचर इस राशि के प्रेमी जोड़ों के लिए ज्यादा खास नहीं रहेगा। मंगल आपको पजेसिव, आक्रामक, पार्टनर पर हावी होने वाला और असुरक्षा की भावना से भर सकता है। ऐसे में आपके रिश्ते में विवाद और मतभेद बढ़ने के आसार हैं। मंगल गोचर की अवधि में गर्भवती महिलाओं को खुद की और बच्चे की सुरक्षा को लेकर सावधान रहना होगा। मिथुन राशि के जो छात्र विदेशी यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे हैं या किसी विदेशी कोर्स या रिसर्च कार्य से जुड़े हैं उन्हें अपनी पढ़ाई में हर संभव समर्थन मिलेगा। यह समय निवेश और लाभ कमाने के लिए शानदार रहेगा। आपको अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा।
कर्क राशि
कर्क राशि वालों के लिए मंगल मित्र ग्रह होने के साथ-साथ योग कारक ग्रह हैं। अब यह कर्क राशि के चौथे भाव यानी कि माता, घरेलू जीवन, भूमि और वाहन आदि के भाव में गोचर करने जा रहे हैं। कर्क राशि के जातकों के लिए मंगल का तुला राशि में गोचर अच्छा कहा जाएगा। यह समय घर, वाहन या संपत्ति आदि के खरीदारी के लिए अनुकूल रहेगा और इसका लाभ भविष्य में आपको मिलेगा। हालांकि, यह गोचर घरेलू जीवन के लिए अच्छा नहीं है। माता के साथ आपको रिश्ते में उतार-चढ़ावों का सामना करना पड़ सकता है। इस राशि के माता-पिता को अपनी संतान के साथ समस्याओं से जूझना पड़ सकता है या फिर यदि आपके बच्चे आपसे दूर रहते हैं, तो मंगल का तुला राशि में गोचर के दौरान वह आपसे मिलने आ सकते हैं। यह समय व्यापार में प्रगति के लिए फलदायी साबित होगा। साथ ही आप पेशेवर जीवन में तरक्की हासिल करने के लिए पूरी तरह समर्पित होकर काम करेंगे और इस दौरान व्यापार, बिजनेस पार्टनरशिप और वित्त आदि के क्षेत्र में लाभ की प्राप्ति होगी। इस दौरान आप पार्टनर को लेकर पजेसिव हो सकते हैं। यहां तक कि आप उन पर संदेह भी कर सकते हैं और संभव है कि रिश्ते में जरूरी स्पेस भी आप उन्हें न दें। यह सब बातें आप दोनों के बीच विवाद का कारण बन सकती हैं।
सिंह राशि
सिंह राशि वालों के लिए मंगल आपके नौवें भाव (त्रिकोण) और चौथे भाव (केंद्र) के स्वामी हैं। अब तीसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। ऐसे में मंगल का तुला राशि में गोचर आपको नई ऊर्जा, साहस और आत्मविश्वास से भर सकता है। इस दौरान आपका संचार कौशल बेहद प्रभावी रहेगा। जिन जातकों का संबंध संवाद वाले क्षेत्रों जैसे कि डिजिटल मीडिया, वकालत आदि से है, वह इस दौरान प्रगति हासिल करेंगे। साथ ही आपको अपने भाइयों, छोटे भाई-बहनों और मेल कजिन आदि का भी समर्थन प्राप्त होगा। लेकिन, अगर मंगल की स्थिति अच्छी न हो, अशुभ हो या फिर यह आपके तीसरे भाव में मौजूद हो, तो आपको अपने भाई-बहनों या कजिन के साथ टकराव का सामना करना पड़ सकता है। यह समय दुश्मनों और प्रतिद्वंदियों पर जीत हासिल करने के लिए अच्छा रहेगा। साथ ही पिता, गुरु और मेंटर का समर्थन मिलेगा, लेकिन आपको उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। आप धर्म-कर्म के कार्यों में रूचि लेंगे। इस समय सिंह राशि के जातक पेशेवर जीवन में अच्छी तरक्की प्राप्त करेंगे। जो जातक हाल-फिलहाल में ग्रेजुएट हुए हैं और अपने भाई या भाई तुल्य व्यक्ति की मदद से करियर को शुरू करने के लिए अच्छी नौकरी की तलाश में हैं, तो मंगल का गोचर इसमें आपकी सहायता कर सकता है।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए मंगल आपके तीसरे और आठवें भाव के स्वामी हैं। अब मंगल आपके दूसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। कन्या राशि वालों के लिए दूसरे भाव में मंगल का तुला राशि में गोचर बहुत ज्यादा अच्छा नहीं माना जाता है क्योंकि इस भाव में मंगल की मौजूदगी आपको आक्रामक और बातचीत करते समय दूसरों पर हावी होने वाला बना सकती है। साथ ही आपको गले से संबंधित समस्याओं और कठोर वाणी के चलते परिवार के सदस्यों के साथ विवादों का सामना भी करना पड़ सकता है। यह समय बच्चों और उनके हित को लेकर आपको पजेसिव बना सकता है। इसके विपरीत मंगल का गोचर कन्या राशि के छात्रों के लिए अनुकूल रहेगा, विशेष रूप से उन छात्रों के लिए जो इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं या तकनीकी क्षेत्र से जुड़े हैं। कन्या राशि के जो जातक रिलेशनशिप में हैं उनके रिश्ते में भी पजेसिवनेस और आलोचनात्मकता की झलक देखने को मिल सकती है। इसके अलावा जीवनसाथी के साथ आपकी संयुक्त संपत्ति में बढ़ोतरी होगी। आपको पिता के स्वास्थ्य को लेकर सावधान रहने की जरूरत पड़ेगी।
तुला राशि
तुला राशि वालों के लिए मंगल आपके दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके लग्न भाव में गोचर करेंगे। इससे आपको अच्छा स्वास्थ्य, ऊर्जा और आत्मविश्वास मिलेगा। आप ऊर्जा का उपयोग सकारात्मक कार्यों में करें वर्ना आक्रामक हो सकते हैं। लोग आपको रूखे स्वभाव वाला व्यक्ति समझ सकते हैं। आप विवादों और मतभेदों में भी पड़ सकते हैं। यह समय तुला राशि के उन जातकों के लिए फलदायी साबित होगा जो सिंगल हैं और शादी के बंधन में बंधना चाहते हैं। इस दौरान आपके पास एक अच्छा रिश्ता आ सकता है। वहीं, इस राशि के शादीशुदा जातकों को अपने पार्टनर का पूरा समर्थन मिलेगा। आपको परिवार का साथ भी प्राप्त होगा। आप खुद पर भी धन खर्च करते हुए नज़र आएंगे। यह समय संपत्ति या वाहन की खरीद-बिक्री के माध्यम से लाभ कमाने के लिए श्रेष्ठ रहेगा। आपको अपनी माता का भी सहयोग मिलेगा। लेकिन, आपको उनके स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहना होगा। बिजनेस पार्टनरशिप के लिए यह समय उत्तम है और जीवनसाथी का साथ भी मिलेगा। हालांकि आपको पार्टनर के साथ विवादों का सामना करना पड़ सकता है। जीवनसाथी के साथ संयुक्त संपत्ति में वृद्धि होगी। आपको अपने और साथी के स्वास्थ्य को लेकर सावधान रहना होगा। विशेष रूप से वाहन चलते समय किसी भी तरह की लापरवाही न बरतें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए मंगल देव आपके लग्न भाव और छठे भाव के स्वामी हैं और यह आपके बारहवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। यह गोचर आपके स्वास्थ्य के लिए अनुकूल नहीं है। आपके चिकित्सा पर होने वाले खर्चों में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। यह गोचर विदेश यात्रा या फिर किसी दूर स्थान की यात्रा के अवसर ला सकता है। यह अवधि पैसे उधार लेने या देने के लिए सही नहीं होगी क्योंकि इससे आपकी बचत प्रभावित हो सकती है। साथ ही आपकी छवि खराब होने की भी आशंका है। मंगल का तुला राशि में गोचर की अवधि में किसी छोटी यात्रा या फिर चिकित्सा पर होने वाले खर्चों या कानूनी विवाद आदि के कारण आपके खर्चें बढ़ सकते हैं। वहीं वृश्चिक राशि वालों के दुश्मन आपको नुकसान पहुंचाने में सक्षम नहीं होंगे। इस समय जीवनसाथी के साथ भी कुछ मतभेद होने की आशंका है।
धनु राशि
धनु राशि वालों के लिए मंगल आपकी कुंडली में पांचवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके लाभ भाव यानी कि ग्यारहवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। ऐसे में मंगल का तुला राशि में गोचर आर्थिक लाभ की दृष्टि से आपके लिए अच्छा रहेगा। इस दौरान आपको विदेश से धन लाभ हो सकता है। शेयर बाजार से जुड़े लोगों और विदेशी कंपनियों के शेयरों में निवेश के इच्छुक लोगों के लिए समय फलदायी साबित होगा। यह गोचर आपके भीतर भौतिक चीजों के प्रति इच्छाओं को बढ़ा सकता है। साथ ही आपको बड़े भाई, पुरुष मित्रों और चाचा आदि का सहयोग मिलेगा। इस समय आपका रवैया परिवार को लेकर सकारात्मक रहेगा और बचत करने के बारे में भी आप विचार कर सकते हैं। इसका असर आपकी वाणी पर भी दिखाई देगा। यह समय धनु राशि के उन छात्रों के लिए भी लाभदायक रहेगी जो प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। इस समय आपका प्रदर्शन शानदार रहेगा और प्रतिद्वंदी आपको टक्कर देने में भी सक्षम नहीं होंगे। किसी कानूनी मुकदमे का फैसला आपके पक्ष में आने की संभावना है।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के लिए मंगल आपके चौथे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके दसवें भाव यानी कि पेशेवर जीवन के भाव में प्रवेश करने जा रहे हैं। दसवें भाव में मंगल के गोचर को अच्छा माना जाता है। इसके परिणामस्वरूप मकर राशि के जातकों के लिए मंगल का गोचर पेशेवर जीवन के लिए फलदायी रहेगा। आपको कार्यस्थल पर अपने आसपास के लोगों और वरिष्ठों का समर्थन मिलेगा। साथ ही यह समय प्रॉपर्टी, कंस्ट्रक्शन और रियल एस्टेट आदि से जुड़े लोगों के लिए भी अनुकूल रहेगा। मंगल का तुला राशि में गोचर आपको अति आत्मविश्वासी और ऊर्जा से पूर्ण बनाएगा, जिससे आप पेशेवर जीवन को बेहतर बना सकें। मेहनत और समर्पण के चलते पेशेवर जीवन में नई संभावनाएं पैदा होंगी। आशंका है कि यह जातक अपने निजी जीवन पर भी ज्यादा ध्यान न दे पाएं, जिससे घरेलू जीवन की खुशियों में कमी आ सकती है। जातकों को अपनी माता का साथ मिलेगा। लेकिन, आपको उनके स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहना होगा। यह समय मकर राशि के जातकों की शिक्षा में समस्या पैदा करने का काम कर सकता है। आपके प्रेम जीवन पर भी इसका असर पड़ सकता है।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के लिए मंगल आपके तीसरे और दसवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके नौवें भाव में गोचर करेंगे। इससे आपका अत्यधिक झुकाव धर्म-कर्म और आध्यात्मिक गतिविधियों में होगा। यह समय उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे छात्रों के लिए भी अच्छा रहेगा। कुंभ राशि के छात्र शिक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए काफ़ी मेहनत करेंगे, जिसका लाभ इन्हें भविष्य में मिलेगा। इस बात की प्रबल संभावना है कि काम के सिलसिले में आपको लंबी दूरी की यात्रा करनी पड़ सकती है या फिर भाई-बहन, कजिन के साथ आप कोई छोटी दूरी की यात्रा या किसी तीर्थस्थल की यात्रा की योजना बना सकते हैं। इस समय आपके पेशेवर जीवन में बदलाव या कार्यस्थल में परिवर्तन हो सकता है। मंगल का तुला राशि में गोचर आपके खर्चों में वृद्धि कर सकता है और यह खर्चें मेडिकल और यात्राओं से जुड़े हो सकते हैं। मंगल की तीसरे भाव पर दृष्टि आपको आत्मविश्वास से भरा बनाए रखेगी और संचार कौशल भी प्रभावी रहेगा। ऐसे में आप आक्रामक और दूसरों पर हावी होने वाले बन सकते हैं। इस समय आपके घर-परिवार का माहौल थोड़ा बिगड़ सकता है। साथ ही इस गोचर के दौरान अपनी माता के स्वास्थ्य को लेकर भी सतर्क रहना होगा।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के लिए मंगल दूसरे और नौवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके आठवें भाव में गोचर कर रहे हैं जो कि दीर्घायु, अचानक से घटने वाली घटनाओं और रहस्य आदि का भाव है। इस कारण मंगल का तुला राशि में गोचर आपके लिए ज्यादा अच्छा नहीं कहा जा सकता है। यह आपके जीवन में अनिश्चितताएं पैदा करने का काम कर सकता है। साथ ही, मंगल का गोचर आपके पिता के स्वास्थ्य के लिए भी ठीक नहीं रहने की संभावना है। लेकिन सकारात्मक पक्ष की बात करें तो, मंगल का तुला राशि में गोचर मीन राशि के उन छात्रों के लिए शुभ रहेगा जो रिसर्च के क्षेत्र में पीएचडी की पढ़ाई कर रहे हैं या जिनका संबंध गूढ़ विज्ञान जैसे ज्योतिष आदि से है। इस समय आप निवेश और धन लाभ को लेकर पजेसिव हो सकते हैं। हालांकि, यह समय निवेश के लिए अनुकूल रहेगा, लेकिन आपको अपने द्वारा किये गए निवेश और धन लाभ के बारे में किसी को बताने से बचना होगा। इस समय आपके शब्द जाने-अनजाने में दूसरों को ठेस पहुंचा सकते हैं इसलिए मंगल का तुला राशि में गोचर की अवधि में परिवार के सदस्यों से बात करते समय आपको शब्दों का चयन बहुत सोच-समझकर करना होगा। हालांकि, धन-धान्य में बढ़ोतरी की दृष्टि से यह समय फलदायी रहेगा।
Updated on:
04 Oct 2023 12:18 pm
Published on:
04 Oct 2023 12:17 pm
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