
राहु केतु के संकेत
ज्योतिष शास्त्र में राहु-केतु का महत्वपूर्ण स्थान है। ये छाया और पापी ग्रह माने जाते हैं और मान्यता है कि ये ग्रह हमेशा वक्री चाल चलते हैं। इन दोनों ग्रहों को एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करने में करीब 18 महीने लंबा समय लगता है। ज्योतिष के अनुसार जिन जातकों की कुंडली में राहु केतु कमजोर स्थिति में होते हैं, उन्हें जीवन में कई मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। इसके संकेत भी मिलते हैं, बस उसे समझने की जरूरत होती है। आइये जानिए जानते हैं कि राहु-केतु के खराब होने पर क्या संकेत मिलते हैं और राहु केतु को मजबूत करने के उपाय क्या हैं ।
कमजोर राहु के संकेत
ज्योतिष के अनुसार कुंडली में अगर राहु कमजोर स्थिति में है तो जीवन में अचानक से नकारात्मक और हैरान करने वाली घटनाएं घटित होने लगती हैं। ऐसे जातकों को नींद की समस्या होती है और डरावने सपने आते हैं। ऐसे जातकों को मानसिक उलझनों का सामना करना पड़ता है और शरीर में अकड़न महसूस होती है। ऐसे लोगों में आलस अधिक रहता है।
कमजोर केतु के संकेत
ज्योतिषियों के अनुसार नींद की समस्या, धन प्राप्त करने में समस्या, गृह-क्लेश, संतान से जुड़े कष्ट, जोड़ों में दर्द, चर्म रोग, रीढ़ की हड्डी में दर्द, घुटनों का दर्द आदि समस्याएं आ रहीं हैं तो इसके पीछे की वजह केतु हो सकता है। ये सब कुंडली में केतु कमजोर होने का संकेत हो सकता है।
राहु-केतु को मजबूत करने के उपाय
Updated on:
23 Aug 2023 09:04 pm
Published on:
23 Aug 2023 09:02 pm
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