त्योहार का संबंध मनुष्य की भावनाओं से होता है। मनुष्य की स्वाभाविक इच्छा होती है कि वो खुश रहे, फिर वो इस ख़ुशी को कभी अकेले व्यक्त करता है या कभी सबके साथ मिलकर। ईद का त्योहार सबके साथ ख़ुशी बांटने का त्योहार है। वास्तव में इसी दिन ख़ुशी का सामूहिक रूप से जाहिर करने का दूसरा नाम ईद है। चूंकि ख़ुशी प्रकट करना मनुष्य का स्वभाव है, इसलिए इस्लाम धर्म में भी मनुष्य के स्वभाव को ध्यान में रखते हुए दो महत्वपूर्ण दिन रखे हैं। ईदुल-फितर, ईदुल अजहा, इसके आलावा शब्बेबरात, मुहर्रम और बाराबफात आदि, मुसलमानों के प्रमुख त्योहारों में हैं।