
बांग्लादेश में हिंदू युवक की हत्या पर अल्पसंख्यक संगठन ने दी प्रतिक्रिया (Photo-IANS)
Hindu Man Killed in Bangladesh: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों की घटनाओं ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चिंता बढ़ा दी है। पिछले दिनों दीपू चंद्र दास की हत्या के बाद भारत में भी पड़ोसी देश के खिलाफ जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हुए। इस घटना के बाद भारत और बांग्लादेश के रिश्तों में भी दरार पड़ गई है।
बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद के प्रेसीडियम सदस्य डीएन चटर्जी ने शनिवार को कहा कि देश में अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने बांग्लादेश की सुरक्षा स्थिति को लगातार बिगड़ती हुई बताया।
उन्होंने कहा कि हालिया हालात से पूरी दुनिया वाकिफ है। राष्ट्रीय स्तर पर मीडिया संस्थानों को नुकसान पहुंचाया गया, दीपू चंद्र दास की बेरहमी से हत्या हुई और देशभर में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं।
उन्होंने बांग्लादेश की मौजूदा सुरक्षा व्यवस्था को बेहद खराब बताते हुए यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार पर निष्क्रिय रहने का आरोप लगाया। चटर्जी के मुताबिक, “देश की सुरक्षा स्थिति अत्यंत दयनीय है। सरकार हालात को गंभीरता से नहीं ले रही है और हर तरफ अव्यवस्था फैली हुई है।”
डीएन चटर्जी ने कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों का दशकों से शोषण और उत्पीड़न होता रहा है। उन्होंने आगे कहा कि उनकी आवाज पर कभी भी ध्यान नहीं दिया गया। चटर्जी ने कहा, “पूरे अल्पसंख्यक समुदाय में भय और असुरक्षा का माहौल है। लोग हर स्तर पर डरे हुए हैं और घबराहट की स्थिति में जी रहे हैं।”
बता दें कि पड़ोसी देश में उस्मान हादी की मौत के बाद हालात लगातार बिगड़ते नजर आ रहे हैं। मयमनसिंह शहर में हिंदू युवक दीपू दास की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी। शुरुआत में दीपू पर ईशनिंदा का आरोप लगाया गया, लेकिन पुलिस ने बताया कि इसका कोई सबूत नहीं मिला है।
वहीं एनडीटीवी से बात करते हुए दीपू दास के पिता ने बताया कि उनके बेटे की हत्या नौकरी की वजह से हुई है। क्योंकि कुछ लोग नहीं चाहते कि दीपू को नौकरी मिले। इसलिए उन्होंने मिलकर उसकी हत्या कर दी।
Published on:
27 Dec 2025 09:48 pm
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