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इन रत्नों से दूर भागेंगे ये 21 भयंकर रोग, जानें इनसे मिलने वाले और भी कई फायदे

अलग-अलग बीमारियों में अलग-अलग रत्न लाभ देते हैं। सही सलाह और सही रत्न से स्वास्थ्य बेहतर बनाया जा सकता है।

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gemstone origin story ratno ki utpatti kaise hui

gemstone origin story ratno ki utpatti kaise hui: रत्नों की उत्पत्ति कैसे हुई

ज्योतिष के अनुसार जैसे आकाश में नौ ग्रह होते हैं, वैसे ही हमारे शरीर में भी नौ ग्रहों का प्रभाव माना जाता है। इन ग्रहों के अपने रंग, तरंग और ऊर्जा होती है। जब शरीर के किसी ग्रह की शक्ति कमजोर हो जाती है, तब बीमारियां शुरू हो जाती हैं।

रत्न पहनकर इन ग्रहों की ऊर्जा को संतुलित किया जा सकता है, जिससे स्वास्थ्य में सुधार आता है। लेकिन रत्न धारण करने से पहले किसी विद्वान ज्योतिषी से सलाह लेना बहुत जरूरी है।

सूर्य से जुड़ी बीमारियां और माणिक्य (Ruby)

अगर किसी व्यक्ति को हृदय रोग, हड्डियों की समस्या या बार-बार बीमार पड़ने की शिकायत रहती है, तो इसके पीछे सूर्य ग्रह की कमजोरी मानी जाती है।

ऐसे में सूर्य का रत्न माणिक्य (Ruby) लाभ देता है।

यह गुलाबी या लाल रंग का होता है और सोने या तांबे में रविवार सुबह धारण किया जाता है। माणिक्य का असर जल्दी दिखता है और सामान्य स्वास्थ्य को मजबूत करता है।

चंद्रमा से जुड़ी समस्याएं और मोती (Pearl)

अगर आपको बार-बार सर्दी-जुकाम, कफ, पेट की हल्की समस्या, एनीमिया या हीमोग्लोबिन कम रहता है, तो यह चंद्रमा से जुड़ा होता है। इसके लिए मोती (Pearl) पहनना लाभकारी होता है। मोती चांदी में, सोमवार रात को पहना जाता है। यह धीरे-धीरे असर करता है। जिन लोगों को डिप्रेशन की समस्या हो, वे मोती पहनने से पहले जरूर सलाह लें।

मंगल से जुड़ी दिक्कतें और मूंगा (Coral)

अगर डर लगता है, आत्मविश्वास कम है, बार-बार बुखार आता है या चोट लगती रहती है, तो यह मंगल की कमजोरी का संकेत है। इसके लिए मूंगा (Red Coral) पहनना चाहिए। मूंगा तांबे में, मंगलवार सुबह अनामिका उंगली में पहना जाता है और यह जल्दी असर करता है।

बुध से जुड़ी बीमारियां और पन्ना (Emerald)

अगर आपको त्वचा रोग, याददाश्त की समस्या, डिप्रेशन, कान-नाक-गले की परेशानी या बोलने में दिक्कत है, तो इसके पीछे बुध ग्रह होता है। ऐसे में पन्ना (Emerald) लाभ देता है। पन्ना चांदी में, बुधवार शाम पहनना अच्छा माना जाता है। शनि से जुड़ी गंभीर बीमारियां और नीलम (Blue Sapphire) नर्वस सिस्टम, पैरालिसिस, लंबी चलने वाली बीमारियां शनि से जुड़ी होती हैं। इन मामलों में नीलम (Blue Sapphire) बहुत प्रभावी होता है, लेकिन सिर्फ सलाह लेकर ही पहनें। नीलम चांदी या लोहे में, शनिवार रात मध्यमा उंगली में पहना जाता है।

डायबिटीज और किडनी समस्या में हीरा (Diamond)

अगर डायबिटीज, यूरिन या किडनी की समस्या है, तो इसका संबंध शुक्र ग्रह से होता है। इसके लिए हीरा (Diamond) लाभकारी माना जाता है। हीरा चांदी या प्लैटिनम में, शुक्रवार शाम पहनना चाहिए।

सामान्य स्वास्थ्य के लिए मून स्टोन (Moon Stone)

अगर आप कुल मिलाकर स्वस्थ रहना चाहते हैं, तो मून स्टोन (चंद्रकांत मणि) एक अच्छा रत्न है। यह चांदी में, सोमवार रात छोटी या अनामिका उंगली में पहना जाता है। बच्चों को इसे गले में भी पहनाया जा सकता है। साथ ही सूर्य को रोज जल चढ़ाना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है।