
Lok Adalat Process for Traffic Challan (Image: Gemini)
Lok Adalat Process for Traffic Challan: अगर आपके भी वाहन पर ट्रैफिक चालान बकाया है तो उसे निपटाने का सबसे आसान और किफायती तरीका लोक अदालत है। यह अदालतें समय-समय पर लगाई जाती हैं और खासतौर पर उन वाहन चालकों के लिए राहत लेकर आती हैं जिनके चालान लंबे समय से पेंडिंग हैं। लोक अदालत में मामूली ट्रैफिक उल्लंघनों के मामलों में चालान पर भारी छूट मिलती है और कई बार तो पूरा जुर्माना भी माफ हो जाता है। तो चलिए जानते हैं प्रूरा प्रोसेस कैसे आप भी अपनी कार, बाइक या अन्य किसी वाहन का चालान लोक अदालत से निबटा सकते हैं।
लोक अदालत का मुख्य उद्देश्य छोटे-मोटे ट्रैफिक विवादों को जल्दी और आसानी से सुलझाना है। इसीलिए यहां आमतौर पर उन मामलों पर राहत दी जाती है जिनमें बिना हेलमेट या सीट बेल्ट वाहन चलाना, रेड लाइट तोड़ना, गलत पार्किंग करना, ओवरस्पीडिंग करना या वाहन का वैध प्रदूषण प्रमाणपत्र न होना शामिल है। ऐसे मामूली उल्लंघनों के चालानों पर अदालत अक्सर जुर्माने में छूट या पूरी माफी देती है।
हालांकि, गंभीर अपराध जैसे शराब पीकर गाड़ी चलाना, हिट एंड रन, नाबालिग द्वारा ड्राइविंग या ऐसी गलती जिससे किसी की जान को खतरा हो इन मामलों में लोक अदालत में राहत नहीं मिलती है।
लोक अदालत में केस लेने के लिए वाहन मालिक को पहले ऑनलाइन पंजीकरण करना होता है। दिल्ली में यह प्रक्रिया दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की आधिकारिक वेबसाइट पर पूरी की जा सकती है।
नोट: उत्तर प्रदेश, राजस्थान और बिहार में लोक अदालत के लिए ऑनलाइन पंजीकरण संबंधित राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरण की वेबसाइट पर किया जा सकता है।
दिल्ली सहित देशभर में लोक अदालतें अलग-अलग कोर्ट परिसरों में आयोजित की जाती हैं। दिल्ली में यह आमतौर पर द्वारका कोर्ट, तीस हजारी कोर्ट, रोहिणी कोर्ट, पटियाला हाउस कोर्ट, साकेत कोर्ट, कारकड़ूमा कोर्ट और राउज एवेन्यू कोर्ट में लगती हैं। इसके अलावा हाई कोर्ट, कंज्यूमर फोरम और अन्य ट्रिब्यूनल में भी समय-समय पर लोक अदालत का आयोजन होता है।
लोक अदालत वाहन मालिकों के लिए एक बेहद आसान और किफायती विकल्प है। यदि आपका ट्रैफिक चालान पेंडिंग है तो अगली बार लोक अदालत लगने पर इसमें हिस्सा लेकर उसे कम पैसों में निपटाना आपके लिए सबसे बेहतर समाधान हो सकता है।
Published on:
13 Sept 2025 04:26 pm
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