
Skoda-Volkswagen in India: भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) बाजार तेजी से बढ़ रहा है, और इसी दौड़ में Skoda Auto Volkswagen India भी अपनी हिस्सेदारी मजबूत करना चाहती है। पहले कंपनी Mahindra के साथ साझेदारी कर इलेक्ट्रिक कारें लाने की योजना बना रही थी, लेकिन यह डील अब रद्द हो गई है। ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब Skoda-Volkswagen भारत की प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनियों Tata Motors और JSW MG Motor के साथ संभावित EV साझेदारी के लिए बातचीत कर रही है। अगर यह डील होती है, तो भारतीय EV बाजार में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। क्या Tata या JSW, Skoda-Volkswagen के नए EV पार्टनर बनेंगे? यह देखना दिलचस्प होगा।
रिपोर्ट्स के अनुसार, Skoda Auto Volkswagen India और Mahindra Automotive के बीच भारत में इलेक्ट्रिक वाहन उत्पादन के लिए जॉइंट वेंचर की बातचीत चल रही थी। इस जॉइंट वेंचर में दोनों कंपनियों की बराबर हिस्सेदारी होती। लेकिन कई अहम मुद्दों पर सहमति नहीं बन पाई।
वैल्यूएशन को लेकर मतभेद
व्हीकल प्लेटफॉर्म-शेयरिंग की जटिलताएं
समझौते की शर्तों को लेकर असहमति
हालांकि, Skoda Auto Volkswagen India ने Mahindra के INGLO इलेक्ट्रिक आर्किटेक्चर को लाइसेंस पर लेने का विकल्प खुला रखा है।
Mahindra के साथ डील रद्द होने के बावजूद Skoda Auto Volkswagen India पीछे नहीं हटी है। कंपनी अब Tata Motors और JSW MG Motor के साथ संभावित लाइसेंसिंग एग्रीमेंट पर बातचीत कर रही है।
Tata Motors भारत की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी है। कंपनी जल्द ही Harrier.ev, Safari.ev और Sierra.ev को लॉन्च करने वाली है। ये सभी गाड़ियां Tata के नए Acti.ev प्लेटफॉर्म पर आधारित हैं। हालांकि, Tata Motors की तरफ से इस डील को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
JSW MG पहले से ही चीन की SAIC Motor के साथ जॉइंट वेंचर में काम कर रही है। कंपनी भारत में नई इलेक्ट्रिक कारें, कमर्शियल व्हीकल्स और बैटरियां बनाने की योजना बना रही है। फिलहाल, JSW MG ने Skoda Auto Volkswagen के साथ संभावित साझेदारी पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
भारत का इलेक्ट्रिक वाहन बाजार अभी शुरुआती दौर में है, लेकिन इसकी बिक्री तेजी से बढ़ रही है। Skoda Auto Volkswagen India इस बढ़ते बाजार में अपनी जगह बनाना चाहती है। इसके अलावा, कंपनी अपने Corporate Average Fuel Efficiency (CAFE III) स्कोर को बेहतर करना चाहती है ताकि भविष्य में सख्त होने वाले उत्सर्जन नियमों का पालन कर सके। एक नए इलेक्ट्रिक वाहन को खुद से विकसित करने में कंपनी को ₹8,700 करोड़ से अधिक का खर्च आएगा। लेकिन अगर वह लाइसेंसिंग एग्रीमेंट कर लेती है, तो लागत काफी कम हो जाएगी।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले महीनों में Skoda Auto Volkswagen India की Tata या JSW MG Motor के साथ डील फाइनल होती है या नहीं।
Updated on:
09 Mar 2025 04:12 pm
Published on:
09 Mar 2025 04:11 pm
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