
Ayodhya Ram Mandir : राममंदिर निर्माण का पहला चरण पूरा, बन गया राम चबूतरा, देखें Exclusive तस्वीरें
अयोध्या. Ayodhya Ram Mandir Nirman- श्रीराम जन्मभूमि परिसर में चल रहे श्रीराम मंदिर निर्माण का पहला चरण पूरा हो गया है। श्रीराम चबूतरे का निर्माण हो चुका है। अब दूसरे फेस पर काम शुरू हो गया है। इसे दो माह में पूरा कर लिया जाएगा। जबकि, तीन से चार माह के भीतर तीसरे चरण के कार्य को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
श्रीराम मंदिर निर्माण के पहले चरण के काम के पूरा होने के बाद अब शिलाएं लगाने का कार्य शुरू होगा। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने पत्रकारों को मंदिर निर्माण की प्रगति से अवगत कराया। पहली बार मीडिया को ट्रस्ट के सदस्यों ने राममंदिर निर्माण स्थल का अवलोकन कराया। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि गर्भगृह की नींव में 14 मीटर मोटी ढाली गई है। रामलला के मंदिर निर्माण की बुनियाद भरने का काम लगभग पूरा हो गया है। प्लिंथ के निर्माण के लिए जल्द शुरू होगा काम। इसके लिए परिसर में 400 फुट लंबा व 300 फुट चौड़े स्थल की 40 फुट गहरा खुदाई की गई थी जिसे इंजीनियरिंग फिल्ड मैटेरियल से भराई किये जाने के बाद भव्य चबूतरे का निर्माण किया गया है। जिस पर राफ्ट निर्माण व मिर्जापुर व कर्नाटक के मार्बल से प्लिंथ तैयार किया जाएगा। चंपत राय ने बताया कि नींव का निर्माण ऐसा हुआ है कि एक बूंद पानी नीचे नहीं जा सकता। यही मंदिर का मजबूत आधार है।
कर्नाटक के ग्रेनाइट पत्थरों से प्लिंथ का निर्माण
राम जन्मभूमि परिसर में मंदिर निर्माण को लेकर फेज वन के कार्य में श्री राम चबूतरे का निर्माण हो चुका है। जिसके लिए परिसर में 400 फुट लंबा व 300 फुट चौड़े स्थल की 40 फुट गहरा खुदाई की गई थी जिसे इंजीनियरिंग फील मैटेरियल से भराई किये जाने के बाद भव्य चबूतरे का निर्माण किया गया है। निस पर राफ्ट निर्माण व मिर्जापुर व कर्नाटक के मार्बल से प्लिंथ तैयार किया जाएगा।
एलएंडटी के प्रोजेक्ट मैनेजर ने दी जानकारी
राम मंदिर निर्माण कर रही संस्था एलएंडटी के प्रोजेक्ट मैनेजर विनोद मित्तल पहली बार अपने कार्य की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण के पूर्ण हुए कार्य को दिखाया गया और साथ ही तकनीकी पहलुओं की जानकारी दी गई। मंदिर निर्माण के लिए पहले 40 फुट गहरे गढ्ढे की खुदाई की गई जिसके बाद उसे इंजीनियरिंग फील मैटेरियल से भरी गई है। जिस पर कंकडित का एक लेयर डालेंगे जिसजे राफ्ट कहते हैं। जो कि लगभग 1.50 मीटर का होगा फिर उस पर 6 से 7 मीटर तक मिर्जापुर और ग्रेनाइट पत्थर से प्लिंथ निर्माण होगा जिसमे 30 हजार ब्लाक लगाए जाएंगे। जो मंदिर बेस होगा। जिस पर मंदिर के कॉलम का निर्माण शुरू होगा।
Published on:
16 Sept 2021 05:25 pm
बड़ी खबरें
View Allअयोध्या
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
