तीन खंडों में पंडाल
प्रधानमंत्री जिस स्थान पर मुख्य पूजा करेंगे वह क्षेत्र राम कोट कहलाता है। उसके ठीक पीछे एक बड़ा सा टीवी लगा है। इस टीवी के जरिए ही भूमि पूजन का लाइव प्रोग्राम दिखाया जाएगा। पंडाल में अतिथियों और स्टाफ के बैठने का बंदोबस्त सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए किया गया है। पूरा पंडाल तीन खंडों में बंटा है। विशिष्ट, अति विशिष्ट और वीवीआईपी। पहले पंडाल में पीएमओ के हिसाब से लोगों के बैठने की व्यवस्था ट्रस्ट ने की है। एक पंडाल से दूसरे पंडाल में आना मुश्किल है। सभी पंडालों में एलसीडी स्क्रीन लगी है। ताकि पूजन का एक-एक क्षण लोग देख सकें।
छोटा सा स्टेज
भूमि पूजन वाली जगह पर एक स्टेज भी बना है। श्रीराम तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों के अनुसार यदि मौका मिला तब इस स्टेज पर कुछ गणमान्य लोग अपनी बात रखेंगे। और संबोधन करेंगे। संभव है कि प्रधानमंत्री मोदी और कुछ अन्य मेहमान उस स्थान पर भी जाएं जहां रामलला को अब तक विराजमान किया गया था। हालांकि अब यह स्थान पूरी तरह परिवर्तित हो चुका है और मेटल के स्ट्रक्चर यहां लगा दिए गए हैं।
पूरे परिसर की सफाई
पूर्व में जहां रामलला विराजमान थे वहां तक पहुंचने के लिए जितने स्थान पर बैरीकेडिंग की गयी थी उस पूरे स्थल को समतल किया जा चुका है। बाकी हिस्सा अभी समतल किया जाना बाकी है। अदालत के आदेश पर इस जगह की यथास्थिति बनाए रखने की थी। इसलिए यहां घास-पात उग आई थी। बीच में कई पुराने मंदिर भी हैं जो अब जर्जर अवस्था में हैं। इस पूरे स्थान की सफाई की जा चुकी है। लेकिन अभी पूरी तरह से समतलीकरण नहीं हुआ है। कुछ ऊबड़-खाबड़ इलाके को अभी समतल किया जाना बाकी है।
रामकोट के आगंतुक
वीवीआईपी 175 मेहमानों के शामिल होने की संभावना के मद्देनजर इस पंडाल में कई स्क्रीन लगे हैं। यहां आरामदायक कुर्सियां और सोफे लगाए गए हैं। सभी का रंग भगवा है।
शहर भर में 3500 लाउडस्पीकर
पूरे शहरभर में 3500 से अधिक लाउडस्पीकर लगाए गए हैं। करीब 2500 प्रमुख स्थानों पर विशाल टीवी स्क्रीन लगाए जा रहे हैं। इनके जरिए कार्यक्रम का प्रसारण देखा जा सकेगा।