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यहां के विकास को लेकर छिड़ी अखिलेश-मोदी में जंग, फिर भी चारों तरफ अंधेरा!

अयोध्या के विकास को लेकर अखिलेश और मोदी सरकार में कम्पटीशन, फिर भी अयोध्या बदरंग 

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Akansha Singh

Dec 23, 2016

modi akhilesh

modi akhilesh

अयोध्या। जैसे जैसे यूपी में विधानसभा चुनाव का वक्त नज़दीक आ रहा है वैसे वैसे भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या के विकास को लेकर केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश की समाजवादी पार्टी की सरकार के माथे पर चिंता की लकीरें बढ़ती ही जा रही हैं। अभी दो दिन पहले ही केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी अयोध्या के विकास से जुड़ी सरयू नदी पर बैराज बनाने की योजना और सरयू नदी को केंद्र सरकार के जलमार्ग योजना में शामिल करने की घोषणा कर दी है। वहीं एक माह पहले भी केंद्रीय पर्यटन मंत्री रमेश शर्मा ने रामायण सर्किट योजना सहित अयोध्या में पर्यटन को बढ़ावा देने वाली कई बड़ी योजनाओं की घोषणा की थी। ऐसे में प्रदेश की समजवादी पार्टी की सरकार कहां पीछे रहने वाली थी।

सरयू तट के किनारे राम कथा संकुल, एम्फी थियेटर सहित सरयू तट के किनारे बने घाटों के विकास के साथ दशकों से एक गंदे नाले में तब्दील राम की पैड़ी की तस्वीर बदलने की घोषणा प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सहित उनकी सरकार में मंत्री शिवपाल यादव और राज्य मंत्री पवन पांडे कर चुके हैं। अयोध्या में विकास को लेकर केंद्र और प्रदेश सरकार घोषणाओं पर घोषणाएं किये जा रही हैं लेकिन अयोध्या को क्या मिला ये हम आपको आज बता रहे हैं।

केंद्र और प्रदेश सरकार ने की घोषणाओं की बौछार : एक भी योजना अभी तक नही लायी रंग

हरिद्वार के हरि की पैड़ी की तर्ज पर वर्ष 1986 में निर्मित राम की पैड़ी की तकनीकी समस्या के कारण जहां अपना उद्देश्य ही खो चुकी थी, वहीं यह एक गंदे नाले के सदृश्य शहर के प्रवेश द्वार पर एक बदनुमा दाग बन गई थी। इस पैड़ी के सौन्दर्यीकरण के लिए अलग-अलग सरकारों ने इस पर करोड़ों की धनराशि व्यय की लेकिन पूरी की पूरी राशि पानी में बह गई और पैड़ी पुनमरूसको भव: की स्थिति में ही पहुंच गई। इसी के चलते उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के अभियंताओं ने विभागीय विशेषज्ञों की राय से करीब 12 सौ करोड़ का मेगा प्रोजेक्ट बनवाया था।

इस प्रोजेक्ट के अनुसार राम की पैड़ी में बैराज बनाकर शारदा सहायक नहर से जोड़ना जाना था। इस प्रोजेक्ट की लागत बड़ी होने के कारण शासन से मंजूरी नहीं मिल सकी। इस बीच भाजपा सांसद लल्लू सिंह ने राम की पैड़ी की इस योजना को पहले केन्द्रीय पर्यटन मंत्रलय से स्वीकृत कराना चाहा लेकिन पर्यटन मंत्रलय से हरी झंडी नहीं मिलने पर उन्होंने केन्द्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग एवं जहाज रानी मंत्री के माध्यम से परियोजना को स्वीकृत कराने के लिए पैरवी की। उनकी पैरवी आखिरकार रंग लाई। केन्द्रीय मंत्री श्री गडकरी ने बुधवार को जीआईसी के मैदान में परिवर्तन यात्रा की जनसभा में परियोजना को मंजूरी देते हुए विभागीय अफसरों को इसका विस्तृत प्रोजेक्ट बनाकर पेश करने का निर्देश दे दिया है। उधर राम की पैड़ी के सौन्दर्यीकरण की प्रस्तावित योजना को लेकर रामनवमी मेला के दौरान अयोध्या आए तत्कालीन सिंचाई मंत्री शिवपाल यादव ने हरी झंडी देकर कार्य शुरू करा दिया था लेकिन योजना की आगणित राशि का आवंटन नहीं किया गया जिसके कारण आधे-अधूरे में काम ठप हो गया ।

देखें वीडियो-

नितिन गडकरी ने दिया अयोध्या को तोहफा तो प्रदेश सरकार ने जारी कर दिया फंड

तीन दिन पहले एक कार्यक्रम में शामिल होने फैजाबाद पहुंचे केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी की ओर से विकास परियोजनाओं को मंजूरी दिए जाने के बीच अचानक सौन्दर्यीकरण की स्वीकृत योजना के लिए प्रदेश शासन ने भी धनावंटन कर दिया है। सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता एमके सिंह ने बताया कि ढ़ाई करोड़ की प्रथम किश्त आवंटित हो गई है। इसके बाद गुरुवार से दोबारा काम शुरू हो गया है लेकिन यह काम कितना सफल होगा और क्या राम की पैड़ी की तस्वीर बदल पाएगी इस पर संदेह की कुहासा है।

प्रदेश सरकार ने जारी की ढाई करोड़ की पहली किश्त

राम की पैड़ी में गुरुवार से शुरू हुए सौन्दर्यीकरण योजना का कार्य तीन चरणों में पूरा किया जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार पहले चरण में डिलीवरी टैंक के अलावा मुख्य चैनल में जमा सिल्ट को बाहर निकलवाया जाएगा। इसके बाद दूसरे चरण में मुख्य चैनल में अतिरिक्त मोटर लगाकर उसके पानी को सुखाकर तली छाड़ सफाई कराई जाएगी। इसके साथ पूरे पैड़ी में टूटे-फूटे प्लेटफॉर्म की मरम्मत का कार्य कराया जाएगा। तीसरे चरण में राम की पैड़ी के पांचों उद्यानों में लैण्ड स्केपिंग का निर्माण कराकर उन्हें विकसित किया जाएगा और श्रद्धालुओं व आगन्तुकों के बैठने के लिए स्टील बेंच लगवाए जाएंगे। इसके अतिरिक्त करीब तीन दर्जन नए विद्युत पोल लगाकर उन पर एलईडी लाइटों से पैड़ी को सजाया-संवारा जाएगा। इसके साथ पूरे पैड़ी के चारों ओर मवेशियों का प्रवेश रोकने के लिए आकर्षक व मजबूत लोहे की फेसिंग बनवाकर बैरीकेडिंग कराई जाएगी।

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