
अयोध्या रामलला मंदिर में विराजमान प्रभु श्री राम
अयोध्या राम मंदिर के पुजारियों के लिए नया ड्रेस कोड जारी किया गया है। जिसके मुताबिक अब पुजारी भगवा वस्त्र में नजर नहीं आएंगे। नए ड्रेस कोड के मुताबिक मंदिर के पुजारी अब पीले रंग के धोती, चौबंदी और पगड़ी में नजर आएंगे। इसके अलावा भी मंदिर की सुरक्षा को लेकर नियमों में कुछ बदलाव किए गए है। पुजारी को पगड़ी बांधने की विशेष ट्रेनिंग दी गई है।
भारतीय संस्कृति में पीले रंग का काफी महत्व है। इस रंग को पवित्र रंग माना जाता है। सादे कपड़े में भी पीला रंग चढ़ा देने से उस कपड़े को पवित्र कहा जाता है। हिंदू धर्म में सभी शुभ कामों पीला और भगवा रंग का ही इस्तेमाल किया जाता है। ये रंग देवताओं को काफी प्रिय भी माना जाता है।
राम मंदिर ट्रस्ट के अधिकारियों के अनुसार, रामलला के मंदिर के पुजारियों की पोशाक में बदलाव हुआ है। और उनके मंदिर में मोबाइल फोन ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। अभी तक गर्भगृह में पुजारी भगवा वस्त्र में दिखते थे। वे भगवा पगड़ी, भगवा कुर्ता और धोती पहनते थे। लेकिन अब पुजारियों ने उसी रंग के कुर्ते और पगड़ी के साथ पीली (पीतांबरी) धोती पहनना शुरू कर दिया है। राम मंदिर में एक मुख्य पुजारी के साथ चार सहायक पुजारी हैं। प्रत्येक सहायक पुजारी के साथ पांच प्रशिक्षु पुजारी भी रखे गए हैं। इन पुजारियों की प्रत्येक टीम सुबह 3.30 बजे से रात 11 बजे के बीच पांच घंटे की शिफ्ट में अपनी सेवाएं देती है। पुजारियों के भी मंदिर में मोबाइल फोन ले जाने पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। राम मंदिर का भूमिपूजन और शिलान्यास किया गया था। जिसके दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पीले रंग का कुर्ता पहना था। इसके अलाव वहां मौजूद पंडित भगवे रंग के वस्त्र में मौजूद थें। मंदिर को लेकर शुरू से ही विवाद जारी है। पहले निर्माणाधीन मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा होना फिर रामलला की तस्वीरें लीक हो गई। इसके बाद अब मंदिर निर्माण के कुछ महीने बाद ही मंदिर परिसर में पानी लीक होने पर विवाद चल रहा है। अन्य सुरक्षा के दृष्टि से मोबाइल को प्रतिबंधित किया गया है।
Updated on:
04 Jul 2024 05:57 pm
Published on:
04 Jul 2024 04:56 pm
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