
Haji Mahboob With Shri Shri Ravishankar
अयोध्या . आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर की बुराई करने वाले बाबरी मस्जिद के पैरोकार हाजी महबूब अब श्री श्री के पक्ष में खड़े हो गए. वहीं मंदिर मस्जिद मुकदमे में दखल को लेकर हाजी महबूब ने हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी को भी खरी-खरी भी सुनाई है .अयोध्या स्थित अपने आवास पर बाबरी मस्जिद के पैरोकार हाजी महबूब ने कहा कि ओवैसी से कभी उनकी मुलाकात नहीं हुई ना ही बाबरी मस्जिद पर कोई बात हुई इसलिए ओवैसी बाबरी मस्जिद मुद्दे को ना उठाएं तो ज्यादा अच्छा है . ओवैसी को खरी-खरी सुनाते हुए हाजी महबूब ने कहा कि ओवैसी को बाबरी मस्जिद के मामले को बयान नहीं देना चाहिए वहीं दूसरी तरफ श्री श्री रविशंकर के पक्ष में आकर उनकी तारीफ करते हुए हाजी महबूब ने कहा कि श्री श्री रविशंकर एक सुलझे हुए इंसान है और राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद मामले का अगर उनके जरिए हल निकलता है तो बेहतर होगा. माना जा रहा है कि श्री श्री अयोध्या दौरा टलने से श्री श्री खेमा काफी चिंतित हो गया था जिसके चलते अयोध्या में माहौल बनाने के लिए सबसे पहले हाजी महबूब को ही अपने पक्ष में करने का अभियान छेड़ा गया. कभी आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर की सुलह की पहल पर हाजी महबूब को उनका यह कदम नागवार गुजरा था वही अब अचानक हाजी महबूब ने श्री श्री के पक्ष में आकर सबको चौंका दिया है,
हाजी महबूब ने हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी को सुनाई खरी खरी उन्हें कोई ज़रुरत नही है मंदिर मस्जिद मुकदमे में दखल देने की
अपने आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए हाजी महबूब ने कहा कि मस्जिद की जमीन ना किसी को दी जा सकती है ना ही वहां किसी अन्य प्रकार का निर्माण हो सकता है ,मस्जिद की जमीन कयामत तक मस्जिद की ही रहेगी उस जगह को छोड़कर हिंदू समुदाय के लोग कहीं भी मंदिर बना ले किसी भी मुसलमान को कोई एतराज नहीं है और अयोध्या का मुसलमान शुरू से यही कहता आया है . हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी को लेकर हाजी महबूब ने कहा वह अच्छे नेता हो सकते हैं लेकिन इस मामले में उन्हें दखल देने की कोई जरूरत नहीं है अदालत जो फैसला देगी उसे हम मानेंगे . हाजी महबूब ने कहा कि श्री श्री मेरे घर आए थे उस समय मैंने उसे साफ-साफ कहा था कि आप आए हैं आपका स्वागत है आपने अपनी बात कही है सुलह समझौता एक अच्छा रास्ता हो सकता है लेकिन हम मस्जिद की जमीन नहीं छोड़ सकते ,सन 1992 से लेकर आज तक श्री श्री कभी समझौते की बात लेकर अयोध्या नहीं आए थे अब आए हैं अगर उनके जरिए समझौता हो जाता है तो अच्छी बात है ,हमने श्री श्री रविशंकर से भी यही कहा था कि अयोध्या का मुसलमान चाहता है कि मस्जिद की जमीन को छोड़कर हिंदू मंदिर बनाना चाहे तो हमें कोई एतराज नहीं है वह जमीन विवादित है और उस जमीन पर मुकदमा चल रहा है बिना कोर्ट का फैसला आए वहां पर कोई भी कोई निर्माण नहीं कर सकता .
Published on:
22 Feb 2018 11:48 am
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