
अयोध्या में अव्यवस्थाओं का शिकार हो रही पवित्र सरयू नदी
अयोध्या : विश्व प्रसिद्ध मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या पवित्र पवन सरयू तट के किनारे बसी हुई है इसी कारण लाखों की संख्या में श्रद्धालु सरयू में स्नान करने अयोध्या पहुंचते हैं लेकिन आज भी सरयू नदी अव्यवस्थाओं का शिकार हो रही है। सरयू नदी के घाटों पर जगह-जगह गंदगी देखने को मिलती है तो वही अक्सर सरयू तट के किनारे लावारिस पशुओं की शवों को भी देखा जाता है जिसको लेकर प्रशासन भी लापरवाह बना हुआ है।
केंद्र व प्रदेश सरकार के प्रयास के बाद भी अयोध्या के पवित्र सरयू नदी को अव्यवस्थाओं से मुक्ति दिलाने में नाकाम रहा है। जबकि केंद्र सरकार सरयू घाटों के सौंदर्यकरण के लिए नमामि गंगे योजना प्रस्तावित है। इस योजना के अंतर्गत नदी में गिरने वाले सभी नालों तथा घाट के निर्माण का कार्य पूर्व वर्ष में शुरू किया गया था जिसका कार्य आज भी अधूरा है। तो वही सरयू के जल को पवित्र रखने के लिए अमृत जल योजना के तहत घाटों की देखरेख व सरयू में फेंके जाने वाले वस्तुओं पर रोक लगाते हुए इसका दायित्व नगर निगम अयोध्या को सौंपा गया था। लेकिन आज भी सरयू नदी मैं फेंके जाने वाली गंदगी पर अंकुश नहीं लगा सकी है इसके साथ ही सरयू नदी घरों के पालतू पशुओं के शवों को फेंका जा रहा है जिसको लेकर पूर्व में ही कुछ गौ रक्षकों द्वारा जिला प्रशासन को शिकायत किया गया लेकिन प्रशासन किसी भी प्रकार की कार्रवाई करने में नाकाम है।
गौ रक्षक रितेश कुमार ने बताया कि संत तुलसीदास घाट अक्सर पशुओं के शवों को लाकर नदी के किनारे फेंक जाते हैं। जिसे कुछ जानवरो द्वारा हृण्डित दशा में कर देते हैं। इसके साथ ही असर लोग अपने घरों से निकले वाले सामानों को बोरे में लगाकर फैंक देते हैं। तो वही दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालु भी गंदगी किया जा रहा है जबकि पूर्व में ही जिला प्रशासन व नगर निगम को इसकी सूचना दिया गया लेकिन इस पर किसी भी प्रकार से कार्रवाई नहीं की जा रही।
वहीं नगर निगम महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने सरयू घाट की सफाई व अन्य व्यवस्थाओं को लेकर बताया कि नगर निगम के कर्मचारी द्वारा रोज सफाई की जाती है लेकिन घाटों पर फूल माला व अगरबत्ती बेचने वाले अक्सर पन्नी कागज इत्यादि नदी के किनारे ही जाते हैं इसको लेकर कई विक्रेताओं को चेतावनी भी दी गई है वही बताया कि सरयू घाट सहित अयोध्या में मिलने वाले पशुओं के शव को स्वास्थ्य विभाग द्वारा गाड़ियों से ले जाकर दफना दिया जा रहा है लेकिन कुछ व्यक्ति बिना किसी जानकारी के देर शाम अंधेरा होते ही पशुओं को सरयू के किनारे फेंक जाते हैं इसको लेकर जिला प्रशासन व पुलिस विभाग को पत्र भेजा गया है नदी में गंदगी करने वाले व पशुओं के शव को फेंकने वालो के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी
Published on:
16 Dec 2019 07:00 pm
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