
Ram Mandir Ayodhya: कल यानी सोमवार को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। तैयारियों का जायजा लेने प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ शनिवार शाम अयोध्या पहुंचे। 18 जनवरी को रामलला की मूर्ति नवनिर्मित मंदिर के गर्भगृह में स्थापित कर दिया गया है। सोशल मीडिया पर रामलला के बाल स्वरुप की फोटो तेजी से वायरल हो रही है। बीते मंगलवार से ही प्राण प्रतिष्ठा प्रक्रिया शुरू हो गई है। रामलला की मूर्ति इतनी मनमोहक की देखते ही आप मंत्रमुग्ध हो जाएंगे। चेहरे पर तेज, मीठी मुस्कान, हाथ में धनुष बाण, ऐसा लग रहा जैसे सच में रामलला भक्तों को दर्शन देने बैकुंठ से धरती पर पधारे हों। इस मूर्ति की कारीगरी अद्भुत तरीके से की गई है। मूर्ति श्याम वर्ण का है। ऐसे में आज हम आपको इस दिव्य विग्रह से जुड़े 10 ऐसे रहस्य बताएंगे, जिसे जानकर आप भी आश्चर्यचकित हो जाएंगे।
बालस्वरूप रामलला की मूर्ति में क्या है खास?
1. मूर्ति में रामलला के मस्तक के समीप सूर्य, स्वस्तिक, ॐ, गदा और चक्र बनाए गए है।
2. इस मूर्ति में भगवान विष्णु समेत उनके 10 अवतार जैसे मत्स्य, वामन, नरसिंह, कूर्म, परशुराम, कृष्ण, रामलला, वराह, बुद्ध और कल्कि के दर्शन भी मिलेंगे।
3. रामलला की मूर्ति श्याम शिला पत्थर से बनाई गई है। इसलिए इस मूर्ति का रंग काला है।
4. बालस्वरूप रामलला की ये मूर्ति जलरोधी है। इसका मतलब है की जल से इस खास मूर्ति को कोई नुकसान नहीं हो सकता।
5. जल के आलावा चन्दन से भी मूर्ति के चमक में कोई कमी नहीं आएगी।
6. रामलला की मूर्ति के निचले हिस्से में एक ओर हनुमान और दूसरी ओर गरुड़ देव के दर्शन होंगे।
7. चूंकि श्याम शिला पत्थर लम्बे समय तक सुरक्षित रहता है। इसलिए इस मूर्ति की आयु बहुत लम्बी बताई जा रही है।
8. इस विशेष मूर्ति का निर्माण कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने किया है।
9. रामलला की ये विग्रह 4.24 फीट लम्बी है। मूर्ति का वजन 200 किलोग्राम है।
10. रामलला इस मूर्ति में 5 साल के बालस्वरूप में दिख रहे हैं।
Published on:
21 Jan 2024 02:58 pm
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