
Pujari Laxmikant Dixit: अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो गई। रामलला अपने महल में विराजमान हो गए। प्राण प्रतिष्ठा के लिए करीब 84 सेकंड का शुभ मुहूर्त था। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान 121 पुजारियों की टीम ने की। बता दें, आज रामलला की प्राण प्रतिष्ठा प्रक्रिया के मुख्य पुजारी के रूप में विद्वान लक्ष्मीकांत दीक्षित थे। पुजारी लक्ष्मीकांत दीक्षित समेत 5 लोग रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान गर्भगृह में मौजूद रहें। ऐसे में ये जानना जरुरी हो जाता है कि लक्ष्मीकांत दीक्षित कौन हैं?
कौन हैं पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित?
आचार्य पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित काशी के रहने वाले हैं। वे सांगवेद महाविद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक हैं। उन्होंने यहां से यजुर्वेद की पढ़ाई की और इस संस्थान से शिक्षा और दीक्षा प्राप्त की। इसके अलावा, उन्होंने अपने स्वर्गीय चाचा, गणेश दीक्षित भट्ट से वेद और अनुष्ठानों का ज्ञान भी प्राप्त किया था।
महाराष्ट्र से ताल्लुक रखते थे लक्ष्मीकांत दीक्षित के पूर्वज
पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित के पूर्वजों ने शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक भी कराया था। एक न्यूज वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, लक्ष्मीकांत के बेटे सुनील दीक्षित ने बताया कि उनके पूर्वज पहले महाराष्ट्र के सोलापुर के जेऊर में रहा करते थे। लेकिन बाद में वे लोग काशी में आकर बस गए।
Published on:
22 Jan 2024 03:42 pm
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