
कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर
आजमगढ़ दौरे पर पहुंचे कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में सभी 80 सीटों पर जीत का दावा किया। इस दौरान उनके निशाने पर अखिलेश यादव और ओपी राजभर रहे। उन्होंने अखिलेश यादव को ट्वीटर वाला नेता बताते हुए कहा कि जन भावनाओं को समझना सीखें। सड़क पर आकर देखे तो हकीकत पता चल जाएगी। सवाल किया कि देश ने नरेंद्र मोदी से बड़ा पिछड़ा नेता कौन है।
अखिलेश से प्रायोजित ढ़ंग से स्वामी प्रसाद को किया आगे
अनिल राजभर ने कहा कि स्वामी ने रामचरित मानस के बारे में जो कहा यह उनका नहीं सपा का बयान है। अखिलेश यादव ने प्रायोजित कर बयान दिलवाया है। 2024 का चुनाव नजदीक है तो एक वर्ग को प्रसन्न करने की कोशिश की जा रही है। अब अखिलेश यादव का मंसूबा सफल होने वाला नहीं है।
बीजेपी के साथ सभी जाति धर्म के लोग
मंत्री ने कहा कि बीजेपी के साथ सभी जाति धर्म के लोग खड़े हैं। बीजेपी को सभी का समर्थन मिल रहा है। जीवंत उदाहरण आजमगढ़ और रामपुर का उप चुनाव है। लोगों ने जाति धर्म से उपर उठकर भाजपा के पक्ष में वोट किया। देश और प्रदेश की जनता विकास के साथ खड़ा होना चाहती है। अगर यह बात अखिलेश नहीं समझ रहे तो हम क्या कर सकते हैं।
भावनाओं का आदर करना सीखें अखिलेश
एमएलसी चुनाव में बीजेपी की जीत पर अनिल राजभर ने अखिलेश को नसीहत दी। कहा कि भावनाओं का आदर करना सीखें अखिलेश यादव। आदर नहीं करेंगे तो अस्तित्व भी नहीं बचेगा। जनता जानती है कि 2017 से पहले यूपी में कैसा जंगल राज था। आज यूपी इन्वेस्टरों की पहली पसंद इसलिए है क्योंकि यहां कानून का राज है। हम मुद्दे की बात कर रहे हैं। विकास की बात कर रहे है लेकिन वे समाज को बांटने की कोशिश में लगे हैं।
सरकारी नौकरी में पिछड़ों का शेयर दशमलव में भी क्यों नहीं
उन्होंने कहा कि अखिलेश अति पिछड़ो की बात कर रहे हैं। क्या वे बता सकते हैं कि उनकी पार्टी चार बार यूपी की सत्ता में रही। कितने अति पिछड़ों को नौकरी दी। अगर दी तो आज सरकारी नौकरी में अति पिछड़ों की संख्या दशमलव में भी क्यों नहीं है।
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मोदी से बड़ा पिछड़ा नेता कौन?
अनिल राजभर ने विपक्ष से पूछा कि वे अगड़ों और पिछड़ों की बात कर रहे हैं। क्या देश में मोदी से भी बड़ा कोई पिछड़ी जाति का नेता है क्या। अखिलेश यादव की दाल अब पिछड़ों में गलने वाली नहीं है। कहते हैं न कि सबकुछ लुटाकर होश में आए तो क्या किया। जब सपा के पास मौका था तो पिछड़ों के हक पर डाका डाला। आज पिछड़ों की बात रहे हैं।
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भाई नहीं कसाई हैं ओपी राजभर
ओपी राजभर के सवाल पर कैबिनेट मंत्री ने कहा कि ओमप्रकाश राजभर भाई नहीं कसाई हैं। वे किसी के नहीं हैं। उनकी एनडीए में वापसी संभव नहीं हैं। हम तो उनकी बात तक नहीं करते हैं। संजय निषाद द्वारा ओपी को छोटा भाई कहने और एनडीए में वापसी के संकेत पर कहा कि संजय के लिए होंगे। हो सकता है संजय की पार्टी से उनका कुछ समझौता हुआ हो लेकिन एनडीएम में उनके लिए जगह नहीं है।
Published on:
04 Feb 2023 04:10 pm
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