29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

फूलन देवी ने अत्याचार व अन्याय के खिलाफ उठाया था हथियार: दुर्गा प्रसाद यादव

1942 के ’अंग्रेजों भारत छोड़ो’ आन्दोलन में समाजवादियों की भूमिका सर्वाधिकयूपी की योगी सरकार सभी मुद्दों पर फेल, भूख व गरीबी से मर रहे हैं लोग

2 min read
Google source verification
फूलन देवी ने अत्याचार व अन्याय के खिलाफ उठाया था हथियार: दुर्गा प्रसाद यादव

फूलन देवी ने अत्याचार व अन्याय के खिलाफ उठाया था हथियार: दुर्गा प्रसाद यादव

आजमगढ़. समाजवादी पार्टी की सोमवार को जिला कार्यालय में हुई बैठक में कार्यकर्ताओं ने योगी सरकार पर जमकर हमला बोला। यूपी सरकार को सभी मुद्दों पर फेल बताया। वहीं अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन में समाजवादियों की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण बतायी गयी। साथ ही पूर्व सांसद स्व. फूलन देवी को जयंती पर श्रद्धासुमन अर्पित किया गया।

पूर्व मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव ने कहा कि फूलन देवी ने अत्याचार व अन्याय के खिलाफ संघर्ष किया। उन्होंने अन्याय से लड़ने के लिए हथियार उठाया था। वर्तमान की भाजपा सरकार जनहित के मुद्दे पर फेल होती जा रही है। सिर्फ जनता के ऊपर हिटलर जैसा शासन कर रही है। कोरोना जैसी महामारी को खत्म करने के बजाय जनता के बीच दहशत फैलाई जा रही है। किसान, मजदूर, व्यापारी, महिलाएं आज सुरक्षित नहीं है। आये दिन हत्या, लूट, बलात्कार हो रहा है। कानून व्यवस्था के नाम पर यह सरकार पूरी तरीके से फेल है। महंगाई, बेरोजगारी बढ़ रही है। गरीब जनता महंगाई एवं बेरोजगारी से त्रस्त है। यह सरकार लम्बा-लम्बा भाषण देकर मस्त है। गम्भीर रोगी इलाज के अभाव में मर रहे। उसको भी यह सरकार कोरोना से मौत बता रही है।

निवर्तमान जिलाध्यक्ष हवलदार यादव ने कहा कि महात्मा गांधी के आह्वान पर 1942 में ’अंग्रेजों भारत छोड़ो’ आन्दोलन में समाजवादियों की भूमिका सबसे अधिक थी। डा. राममनोहर लोहिया, जयप्रकाश नारायण, अच्युत पटवर्धन, अरूणा आसफ अली, आचार्य कृपलानी व यूसुफ मेहर आदि नेताओं ने भूमिगत रहकर जनता को जगाने का काम किया। डा. लोहिया व जयप्रकाश नारायण को जेल में बन्द कर अंग्रेजी हुकूमत में यातनाएं दी गयी। समाजवादियों ने आर्थिक, सामाजिक विषमता को दूर करने के लिए बराबर संघर्ष किया।

इस मौके पर कमला प्रसाद यादव, बृजलाल सोनकर, पूर्व प्रमुख विजय यादव, इसरार अहमद, डा. रामदुलार राजभर, वेदप्रकाश यादव, राजाराम सोनकर, प्रदीप कुमार यादव, बबीता चैहान, सपना निषाद, सूरज राजभर, प्रेमा यादव, अशोक तिवारी, मुक्तिनाथ राय, तारिके फैसल, बाबूराम यादव, सुभाष, दुर्गेश यादव, राजेश यादव, अभिषेक यादव, मोईन शेख, गुड्डू प्रजापति आदि उपस्थित रहे।