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आजमगढ़ में भी BJP की जीत, अखिलेश यादव के भाई रेस से बाहर, मायावती की रणनीति से जीती भाजपा

Azamgarh ByElection BJP won आजमगढ़ में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी और अखिलेश यादव के भाई धर्मेंद्र यादव को भाजपा प्रत्याशी दिनेश यादव निरहुआ ने हरा दिया है। भाजपा प्रत्याशी दिनेश यादव निरहुआ ने आज़मगढ़ में 20 हज़ार से अधिक वोट पाकर जीते हैं।

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File Photo of Azamgarh Byeelctions

File Photo of Azamgarh Byeelctions

उत्तर प्रदेश में आजमगढ़ सीट पर चल रहे लोकसभा उपचुनाव में भाजपा ने समाजवादी पार्टी को 20 हज़ार से अधिक वोट से हराया है। वहीं बसपा के उम्मीदवार ने गुड्डू जमाली ने अपनी हार स्वीकार करते हुए कहा कि, 2024 के लोकसभा चुनाव में फिर लौट कर आऊँगा। वहीं समाजवादी पार्टी का गढ़ कही जानें वाली आजमगढ़ सीट पर लगातार दो लोकसभा चुनाव 2014 और 2019 में भाजपा हारने के बाद अब जीत का स्वाद मिलने के बाद सभी में खुशी देखने को मिल रही है। वहीं सपा के खेमे में बड़ी सेंध मारी के बाद अखिलेश यादव के समर्थक काफी निराश हैं।


मायावती ने गुड्डू जमाली को उतारकर बदल दिया था यादव मुस्लिम समीकरण
आजमगढ़ सीट पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने मुस्लिम प्रत्याशी गुड्डू जमाली को उतारकर इस सीट पर सपा के लिए मुश्किल बढ़ा दी थी। यहाँ से अखिलेश यादव ने 2019 लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी। उस समय भाजपा प्रत्याशी रहे दिनेश यादव निरहुआ को अखिलेश यादव ने हराया था। लेकिन इस बार समीकरण बसपा ने अपना मुस्लिम प्रत्याशी उतारकर बदल दिया। जिससे भाजपा जीत गई है।

यादव मुस्लिम समीकरण से सपा का गढ़ बनीं आजमगढ़ लोकसभा सीट
आजमगढ़ सीट को सपा का गढ़ माना जाता है। यहाँ पर यादव मुस्लिम समीकरण से सपा जीतती आई है। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भी मुलायम सिंह यादव ने यहाँ से चुनाव लड़ा और जीत कर संसद में पहुंचे थे। जबकि 2019 में अखिलेश यादव यहीं से सांसद बनें थे। इन दोनों ही बार मोदी लहर में भी भाजपा इस सीट को हार गई थी।

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