
बागपत। जनपद के पुराना कस्बा के पास यमुना (Yamuna) खादर में गुरुवार (Thursday) शाम को नदी में नाव डूब गई। हादसे में एक किशोरी की मौत हो गई जबकि दो अभी लापता हैं। शुक्रवार (Friday) को उनकी तलाश में एनडीआरएफ (NDRF) की टीम पहुंच गई। जिला प्रशासन ने मृतक के परिजनों को चार लाख और घायलों को 4300 रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। गाजियाबाद (Ghaziabad) से आई एनडीआरएफ की 16 सदस्यीय टीम मौके पर डटी हुई है। जिलाधिकारी (DM) व एसपी बागपत (SP Baghpat) ने मौके पर पहुंचकर जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
9 लोगों को बचाया
गुरुवार की शाम यमुना खादर में हुए नाव हादसे को लेकर प्रदेश भर में हड़कंप मचा हुआ है। मुख्यमंत्री ने भी मामले का संज्ञान लेकर बागपत प्रशासन को जरूरी दिशा-निर्देश दिए हैं। दरअसल, गुरुवार देर शाम हरियाणा की ओर से आ रही एक नाव यमुना में समा गई। उसमें 12 लोग सवार थे। हादसे में सभी लोग पानी में डूब गए। आसपास के ग्रामीणों ने गोताखोरों की मदद से नौ लोगों को बचा लिया, जबकि एक किशोरी की मौत हो गई है। अभी दो महिलाएं लापता बताई जा रहे हैं। उनकी तलाश में एनडीआरएफ की टीम लगी हुई है।
घायलों को मिले 4300 रुपये
मरने वाली किशोरी का नाम नसरीन (15) पुत्री साबिर है। वहीं, नौ लोगों का उपचार जिला अस्पताल में कराकर उनको घर भेज दिया गया है। जिला अस्पताल में घायलों के परिजनों को जिला प्रशासन ने 4300 रुपये देने की घोषणा की है। वहीं मृतक के परिजनों को चार लाख रुपये देने का ऐलान किया गया है। एसपी बागपत प्रताप गोपेंद्र यादव का कहना है कि नाव चालक की पहचान नहीं हो पाई है। उसकी तलाश की जा रही है। एक व्यक्ति से पूछताछ की गई थी लेकिन असली नाव का मालिक कौन है और कौन यहां पर नाव संचालित कर रहा था, इसकी जानकारी जुटाने के लिए टीम लगा दी गई है।
नाव चालक नहीं आया पकड़ में
वहीं, जिलाधिकारी शकुंतला गौतम का कहना है कि लापता लोगों की तलाश में टीमें लगाई गई हैं। एनडीआरएफ की टीम बागपत से लेकर गाजियाबाद तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए हुए है। एनडीआरएफ की टीम में कमांडो श्रीनिवास के साथ तीन एसओ समेत 16 सदस्यीय टीम लगातार बचाव अभियान में लगी हुई है। पांच किमी के दायरे में तलाश की जा रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हरियाणा के लोग यहां पर काफी समय से मछली पकड़ने का काम कर रहे हैं। इसमें शराब की तस्करी भी की जाती है। यमुना घाट पर प्रशासन की ओर से ड्यूटी पर लगाए गए गोताखोर इरफान का कहना है कि उन्होंने तीन दिन पहले इसकी सूचना प्रशासन को दी थी। पुलिस भी मौके पर पहुंची थी लेकिन नाव चालक फरार हो गया था।
Updated on:
13 Mar 2020 04:53 pm
Published on:
13 Mar 2020 02:56 pm
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