
बागपत। दिल्ली-एनसीआर (Delhi NCR) में वायु प्रदूषण (Pollution) का स्तर भले ही कम हो गया हो, लेकिन हालात अभी कंट्रोल में नहीं हैं। इसको देखते हुए जिला प्रशासन प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ सख्ती कर रहा है। बागपत (Baghpat) में खेतों में पराली जलाने पर अब तक 11 किसानों के खिलाफ केस दर्ज किया जा चुका है, जबकि चार ग्रामीणों पर 20 हजार रुपये का जुर्माना लगा है। प्रदूषण फैलाने के मामले में टाइल्स बनाने वाली एक फैक्ट्री पर 50 हजार और दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे पर निर्माण कार्य करने पर एनएचएआई (NHAI) पर 1 लाख 60 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
दरअसल, बागपत में भी कई दिन एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 450 के पार रहा था। एनजीटी (NGT) के आदेशों के बाद बागपत जिला भी अलर्ट पर है। आईएएस (IAS) अधिकारी पुलकित गर्ग ने अब तक पराली जलाने पर अलग-अलग थानों में 4 किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। साथ ही टाइल्स बनाने वाली एक फैक्ट्री पर भी नियमो के विरुद्ध कार्य करने और प्रदूषण फैलाने पर 50 हजार रुपये का जुर्माना लगा है। एसडीएम पुलकित गर्ग ने कहा कि किसी भी कीमत पर जनपद में एनजीटी और सरकार के आदेशों का उल्लंघन नही करने दिया जाएगा। अगर किसी ने भी प्रदूषण फैलाने की कोशिश की तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
Updated on:
19 Nov 2019 11:35 am
Published on:
19 Nov 2019 11:34 am
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