24 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

महिला पुलिस अब आपके द्वार: घर-घर जाकर दूर करेंगी आधी आबादी की प्रताड़ना का दर्द

एसपी नीरज जादौन ने बताया कि कई बार महिलाएं थानों में तो दूर पुलिस को फोन करने या अपनी बात कहने की हिम्मत नहीं जुटा पाती थी। घर में ही घुटकर रहतीं थीं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।

2 min read
Google source verification
bagpat_mahila.jpg

बागपत. प्रताड़ना का शिकार हो रही महिलाओं की मदद के लिए अब यूपी पुलिस की महिलाकर्मी आगे आई हैं। महिला पुलिसकर्मी घर के भीतर और बाहर प्रताड़ना का शिकार हो रही महिलाओं की न सिर्फ मदद करेंगी बल्कि उनको अपने अधिकारों के बारे में भी जागरूक करेंगी।

यह भी पढ़ें : शर्मनाक: दाह संस्कार के लिए शवों को नहीं नसीब हो रहा श्मशान घाट

गली-मोहल्ले में पहुंचेगीं महिला पुलिसकर्मी

यूपी पुलिस की इस पहल से चारदीवारी के अंदर प्रताड़ना झेल रही आधी आबादी को अब घर की दहलीज भी पार करना नहीं पड़ेगा और समस्या का समाधान भी मौके पर ही होगा। इसके लिए पीड़िता को न पुलिस दफ्तर जाने की जरूरत हैं और न ही पुलिस को फोन करने की। गली-मोहल्ले में महिला पुलिसकर्मी पहुंचेगी और महिलाओं से बात कर उनकी समस्याओं को तुरंत मौके पर ही हल करेंगी।

एसपी ने समझाया पूरा प्लान

पुलिस महकमे में बड़ा बदलाव किया गया है। पुरुष पुलिसकर्मियों की तरह महिला पुलिसकर्मियों को बीट की जिम्मेदारी सौंपी गई। एसपी नीरज कुमार जादौन ने बीट की महिला पुलिसकर्मियों को बीट का पूरा प्लान समझाया। अब महिला पुलिसकर्मी गांवों में संभ्रांत व्यक्तियों, अपराधियों समेत पूरा आवश्यक ब्योरा जुटा रहीं हैं। अपराधियों की हर गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं। खुराफातियों को चिन्हित कर रहीं हैं।

महिलाओं की समस्याओं का किया जा रहा है निराकरण

वहीं गली-मोहल्लों में गोष्ठी कर महिलाओं की समस्याएं जानकर अपने स्तर तथा थाना स्तर से निराकरण कराने में जुटी हैं। महिलाओं में आत्मविश्वास पैदा कर सुरक्षा का भरोसा दे रहीं हैं। महिलाओं को हेल्पलाइन नंबर से भी अवगत करा रहीं हैं। ताकि जरूरत पड़ने पर मदद ले सकें।

कई महिलाएं नहीं खोल पाती थी मुंह

एसपी नीरज जादौन ने बताया कि कई बार महिलाएं थानों में तो दूर पुलिस को फोन करने या अपनी बात कहने की हिम्मत नहीं जुटा पाती थी। घर में ही घुटकर रहतीं थीं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। महिलाएं अपने घर पर ही महिला पुलिसकर्मियों से रू-ब-रू होकर पीड़ा बयां कर सकेंगी। उन्होंने बताया कि इस पहल से जहां एक तरफ महिलाओं को सुरक्षित माहौल मिलेगा, वहीं दूसरी और अपराध करने वाली महिलाओं पर शिकंजा कसा जाएगा। कई महिलाएं पर्दे के पीछे अपराध करती रहती थी। जिन तक पुलिस नहीं पहुंच पाती थी।

महिला पुलिसकर्मियों को दी गई है बीट की जिम्मेदारी

पुलिस अधीक्षक नीरज जादौन ने बताया कि जिले में महिला पुलिसकर्मियों को बीट की जिम्मेदारी दी गई है। जो गांव की हर गतिविधियों पर नजर रख रहीं हैं। किसी महिला या युवती को कोई परेशानी हो तो वह बीट की महिला पुलिसकर्मी को बताएं। इससे महिलाओं को सुरक्षित माहौल मिलेगा।

BY: KP Tripathi

यह भी पढ़ें : सीएम योगी ने लिया तैयारियों का जायजा, मंगलवार को पीएम मोदी करेंगे यूनिवर्सिटी और डिफेंस कॉरिडोर का शिलान्यास