
बागपत. कोरोना वायरस महामारी से लोग परेशान हैं। दरअसल कोरोना वायरस के संक्रमण को खत्म करने के लिए ही देश में लॉकडाउन किया गया है। महामारी के इस कठिन वक्त में देश व प्रदेश की सरकारें भी लोगों को कोरोना वायरस से बचाव के लिए घरों में रहने और शोसल डिस्टेंस बनाये रखने की अपील कर रहे है। वहीं, कोरोना वायरस का खात्मा करने के लिए आर्य समाज के आह्वान पर घर-घर यज्ञ, हर घर यज्ञ के नारे तले आर्यवीर दल के नेतृत्व में हवन यज्ञ कराया गया। इस दौरान पश्चमी यूपी के बागपत समेत 25 जनपदों के 2500 परिवारों ने हवन यज्ञ में आहुतियां दीं, ताकि वातावरण में यज्ञ के धुएं से फैलने से कोरोना का सफाया हो जाए।
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दरअसल, कोरोना वायरस महामारी फैलने की वजह से देश मे 25 मार्च से लॉकडाउन लगा हुआ है। इसकी वजह से लोग अपने-अपने घरों में ही कैद होकर रह गए हैं। हालांकि, कोरोना से बचाव के लिए लोग भी सरकार का सहयोग कर रहे हैं। कोरोना वायरस के मरीजों की बढ़ती संख्या ओ देखते हुए कुछ इलाकों को हॉटस्पॉट घोषित कर दिया गया है। एक बार फिर से सरकार के आदेश के मुताबिक 17 मई तक के लिए देश में लॉकडाउन को बढ़ा दिया गया है।
हालांकि, 4 मई से कुछ इलाकों में छूट भी दी जा रही है। वहीं, सरकार व सामाजिक कार्यकर्ताओं की पहल के बाद सैनिटाइज भी कराया जारहा है। वहीं, कोरोना का वातावरण से भी खात्मा करने के लिए आर्य समाज के आह्वान पर सुबह 9:30 से 10:30 बजे तक हवन यज्ञ कराया गया। इस दौरान आर्यवीर दल के नेतृत्व में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बागपत जिले समेत 25 जनपदों के 2500 परिवारों ने अपने-अपने घरों में परिवार के साथ शोसल डिस्टेंसिंग में रहकर हवन यज्ञ किया गया। वहीं, आर्यवीर दल के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मंत्री डॉ. रवि शास्त्री ने कहा कि ये दुनिया में पहला एवं प्रमाणिक सेनिटाइजर यंत्र यज्ञ है। दुनिया में आर्य समाज के आह्वान पर 200 देशों में एक साथ हवन यज्ञ कराया गया है, क्योंकि हवन यज्ञ से विष्णु मरता है और वातावरण की भी शुद्धि होती है। बागपत जिले के शबगा, दाहा, छपरौली, बडौत, लूम्ब, बड़ावद, ढिकाना, भड़ल, तुगाना, ढिकोली, राठौड़ा, ककौर, लुहारी, टटीरी आदि गांवों में लोगों ने उत्साह के साथ यज्ञ कर आहुतियां दी।
Published on:
04 May 2020 10:04 am
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