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कैसरगंज में आतंक मचाने वाले भेड़िये का मिला शव, 4 बच्चों की मौत 20 घायल, इस वजह से वन विभाग शव नहीं करेगा सार्वजनिक

उत्तर प्रदेश के कैसरगंज में 20 दिनों से दहशत फैला रहे भेड़िये का शव रविवार देर शाम बरामद हुआ। चार मासूमों की जान लेने और 20 से अधिक ग्रामीणों पर हमले के बाद अब सवाल उठ रहा है- क्या गांवों से भेड़िये का आतंक पूरी तरह खत्म हो जायेगा

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Bahraich-news

पिंजरा की सांकेतिक तस्वीर फोटो जेनरेट AI

बहराइच जिले के कैसरगंज रेंज के रोहितपुरवा गांव में रविवार देर शाम चलाए गए सर्च ऑपरेशन के दौरान वन विभाग की टीम ने एक नर भेड़िये का शव बरामद करने का दावा किया है। विभाग के अनुसार शव झाड़ियों में क्षत-विक्षत अवस्था में मिला, जिसकी वजह से उसे सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित करना संभव नहीं है।

गौरतलब है कि पिछले करीब 20 दिनों से कैसरगंज रेंज के मंझारा तौकली, परागपुरवा, रोहितपुरवा, बहोरवा और गंदु झाला सहित 11 गांव भेड़िये के आतंक से दहशत में थे। भेड़िये ने अब तक चार मासूम बच्चों की जान ले ली थी, जबकि 20 से अधिक ग्रामीणों को घायल कर चुका था। लगातार बढ़ती घटनाओं ने ग्रामीणों के साथ ही प्रशासन को भी चिंता में डाल दिया था।

मुख्यमंत्री ने दौरा कर दिए थे निर्देश

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। खुद अधिकारियों को मौके पर रहकर सर्च अभियान चलाने के निर्देश दिए। इसके बाद से वन विभाग की टीमों ने अभियान को और तेज कर दिया। वन विभाग ने सर्च अभियान के लिए 32 टीम में तैनात किया था। लगातार सर्च ऑपरेशन जारी है। छह स्थानों पर जाल बिछाया गया है। साथ ही चार पिंजरे भी लगाए गए हैं। वनकर्मी ग्रामीणों के सहयोग से चौबीसों घंटे कॉबिंग कर रहे हैं। भेड़िये का शव मिलने से ग्रामीणों में राहत की भावना जरूर आई है। लेकिन वन विभाग पूरी तरह से सर्च अभियान जारी रखे हुए है। ताकि स्थिति पर पूरी तरह नियंत्रण सुनिश्चित किया जा सके।

डीएफओ बोले-तीन डॉक्टरों का पैनल करेगा पोस्टमार्टम

डीएफओ सूरज कुमार ने बताया कि सर्च ऑपरेशन के दौरान कछार की झाड़ियों से भेड़िये का शव बरामद हुआ है। शव को रेंज कार्यालय लाकर तीन डॉक्टरों का पैनल उसका पोस्टमार्टम करेगा। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का खुलासा हो सकेगा। डीएफओ ने यह भी स्पष्ट किया कि शव काफी खराब हालत में है। इसलिए इसे सार्वजनिक तौर पर दिखाया नहीं जा सकता।