31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

एक ही रात में उड़ाए 13 ट्यूबवेल के 25 सौ फीट केबल तार

क्षेत्र में चोरों का आतंक किसानों की सिंचाई व्यवस्था पर संकट

3 min read
Google source verification
क्षेत्र में चोरों का आतंक किसानों की सिंचाई व्यवस्था पर संकट

क्षेत्र में चोरों का आतंक किसानों की सिंचाई व्यवस्था पर संकट

किसानों की मेहनत और पसीने पर रातों रात चोरों ने पानी फेर दिया। खैरलांजी थाना क्षेत्र के ग्राम लिलामा और कटोरी में चोरों ने एक ही रात में 13 ट्यूबवेलों को निशाना बनाते हुए लगभग 2500 फीट बिजली के केबल चुरा लिए। इस वारदात से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। किसानों की फसलों पर संकट गहरा गया है और ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है।
17 सितंबर की देर रात चोर खेतों में घुसे और योजनाबद्ध तरीके से ट्यूबवेलों में लगे मोटरों की केबल उखाड़ ले गए। सुबह जब किसान अपने खेतों में पहुंचे तो उजड़े ट्यूबवेल देखकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। किसानों ने बताया कि चोर केबल काटकर कॉपर तार निकाल ले जाते हैं और पूरी व्यवस्था चौपट कर देते हैं। सूचना पीडि़त किसानों ने थाने में दी है। लेकिन पुलिस पर किसानों का आरोप है कि किसी भी स्टॉफ ने आज तक घटनास्थल पर जाकर नहीं देखा गया।

13 किसानों को बड़ा झटका

ग्रामीणों के अनुसार चोरों ने जिन किसानों के खेतों को निशाना बनाया, उनमें समरत लाल सोनवाने के खेत से 200 फीट, भुवनेश्वर ठाकुर खेत से 250 फीट, गजेंद्र चौरीवार से 50 फीट, नोखराम डोहरे से 150 फीट, राजेंद्र अमुले से 250 फीट, लक्ष्मण अमुले से 50 फीट, उमेश भगत से 300 फीट, श्यामेंद्र भगत से 100 फीट, विनोद खरोले कटोरी से 200 फीट, देवेंद्र गौतम से 400 फीट, कमल गौतम से 100 फीट, राजेश गौतम से 200 फीट, धनलाल गौतम से 250 फीट केबल चोरी किए हंै। कुल करीब 2500 फीट केबल की चोरी हुई है, जिसकी कीमत लाखों रुपए आंकी जा रही है।

सिंचाई व्यवस्था पर संकट

चोरी की इस वारदात से किसानों की सिंचाई व्यवस्था ठप हो गई है। आने वाले दिनों में धान और दलहन की फसलें पानी के अभाव में सूखने की आशंका सता रही है। किसानों ने कहा कि चोरों की वजह से उन्हें दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। एक तरफ बढ़ती महंगाई और दूसरी ओर चोरी से हुआ नुकसान।

30 दिन में तीसरी बड़ी वारदात

ग्रामीणों ने बताया कि बीते 30 दिनों में केबल चोरी की यह तीसरी घटना है। लेकिन अब तक पुलिस ने न तो चोरों का कोई सुराग लगाया और न ही कोई ठोस कार्रवाई की। ग्रामीणों का आरोप है कि 8 सितंबर को जब वे शिकायत दर्ज कराने थाना पहुंचे, तब उन्हें जांच का भरोसा दिया गया। घटना के 10 दिन बाद तक न तो कोई पुलिस दल मौके पर पहुंचा और न ही चोर पकड़ में आए।

चिंता में किसान

अचानक इतने बड़े पैमाने पर हुई चोरी से पूरे क्षेत्र में आक्रोश और चिंता का माहौल है। किसानों ने कहा कि अब खेतों में काम करने से भी डर लगने लगा है। चोरों का गिरोह इतनी आसानी से वारदात कर निकल जाता है और पुलिस सिर्फ बयानबाजी तक सीमित है। ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन से तुरंत कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि अगर समय रहते चोर नहीं पकड़े गए तो आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ सकते हैं।

पुलिस प्रशासन को घेरने की तैयारी

ग्रामीण अब सामूहिक रूप से थाना घेराव और सडक़ पर उतरने की तैयारी कर रहे हैं। उनका कहना है कि यदि चोरों को जल्द पकड़ा नहीं गया, तो बड़े आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे। यह घटना सिर्फ चोरी नहीं बल्कि किसानों की आजीविका पर हमला है। पुलिस प्रशासन को चाहिए कि तुरंत एक्शन लेकर अपराधियों को गिरफ्तार करें और किसानों को राहत दिलाए। अन्यथा आक्रोशित किसान आंदोलन की राह पकड़ेंगे। यह मामला न सिर्फ चोरों की संगठित करतूत को उजागर करती है, बल्कि प्रशासन की लापरवाही पर भी बड़ा सवाल खड़ा करती है। किसानों की मेहनत पर पानी फेरने वाली इस घटना ने क्षेत्र के किसानों हिला कर रख दिया है।

इनका कहना है।
खेत में लगे ट्यूबवेल की मोटर से कॉपर केबल चोरी हुए हैं। पाइप को भी तोड़ मोड़ करके केबल निकाले और कम से कम 13 मोटर के वायरिंग और मोटर का नुकसान हुआ है। 13 किसान की मोटर निकाल कर वायरिंग ले जा लिए। जानकारी हमारे थाने में दिए पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। हम चाहते की चोरों पर उचित कार्रवाई कर उन्हें जेल भेजे।
उमेश भगत, किसान लिलामा

मेरे खेत में समरसील ट्यूबवेल है, 300 फीट गहराई से मोटर निकाल कर केबल काट कर ले गए। 300 फीट पाइप उसको भी तोड़ दिया गया है। कम से कम 13 किसानों के यहां ऐसी ही चोरी की घटना घटी है। पुलिस ने आज तक ध्यान नहीं दिए और कोई कार्रवाई नहीं की है
देवेन्द्र गौतम, पीडि़त किसान

मै अभी छुट्टी पर हूं। मामला संज्ञान में है। कुछ स्टॉफ बाहर होने से भी विवेचना में देरी हुईं है। हमने किसानों को कहा था कि खुद भी खेत जाकर थोड़ी निगरानी करें। ताकि चोर को पकड़वाने में पुलिस की मदद हो सके। हमने सीसीटीवी कैमरे लगाने की भी सलाह किसानों को दी थी, मामले को दिखवाते हैं।
रामसिंह पटेल, थाना प्रभारी खैरलांजी