
उड़ीसा से भटककर बालाघाट पहुंचा हाथी
बालाघाट. जिले के जंगलों में इन दिनों हाथी चहल-कदमी कर रहा है। हाथी के जंगल में विचरण करने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। वहीं जिले के जंगलों में हाथी के हाने की सूचना मिलने पर वन विभाग भी सतर्क हो गया है। वहीं जंगलों में सर्चिंग तेज कर दी है। हाथी की जगह-जगह तलाश की जा रही है। वन विभाग ने वन अमले के साथ-साथ ग्रामीणों को भी अलर्ट रहने कहा गया है।
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार एक वयस्क हाथी समनापुर वन परिक्षेत्र के जंगलों में ग्रामीणों को दिखा था। प्रत्यक्षदर्शी डोंगरबोड़ी निवासी कुंवर धुर्वे ने इसकी सूचना वन विभाग को दी थी। जिसके बाद वन अमला सतर्क हुआ। वन अमले ने सूचना के आधार पर समनापुर क्षेत्र के जंगलों में दो टीम बनाकर सर्चिंग शुरू कर दी है। रविवार को वन अमले ने समनापुर, डोंगरबोड़ी, आमगांव सहित समीपस्थ अन्य जंगलों की सर्चिंग की थी। खासतौर पर जहां से हाथी के पैरों के मार्क मिले थे, उस दिशा में वन अमले ने सर्चिंग की है। लेकिन हाथी नहीं मिल पाया। बताया गया है कि यह हाथी लामता क्षेत्र के जंगलों की ओर भाग गया है। विदित हो कि इसके एक पखवाड़ा पूर्व यह हाथी बैहर, बिरसा के जंगलों में नजर आया था। इस दौरान ग्रामीणों को दो हाथी नजर आए थे। ग्रामीणों की सूचना के आधार पर वन अमले ने उस क्षेत्र में भी सर्चिंग की थी। लेकिन हाथी वहां भी वन अमले को नजर नहीं आया। बताया गया है कि उड़ीसा राज्य से हाथियों का समूह भटककर बालाघाट के जंगल पहुंच गया है। जो जंगलों में ही विचरण कर रहा है। अभी तक इन हाथियों ने किसी भी ग्रामीण या फिर फसलों को नुकसान नहीं पहुंचाया है। लेकिन हाथी की जंगल में मौजूदगी से ग्रामीणों में भय का माहौल था। इधर, हाथी की जंगलों में आमद से दहशतजदा किसानों ने खेत जाना ही बंद कर दिया है। हालांकि, वैसे भी क्षेत्र में बारिश नहीं होने से कृषि कार्य काफी पिछड़ा हुआ है।
Published on:
21 Jul 2019 08:22 pm
बड़ी खबरें
View Allबालाघाट
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
