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Trouble-खेत बने तालाब, पानी में डूबी धान की फसल, किसान हो रहे परेशान

खैरलांजी क्षेत्र के नदी किनारे गांव के खेत तालाब बन गए हैं। खेतों में पानी भर गया है। पानी में धान की फसल डूबी हुई है। फसल के खराब होने से किसान काफी चिंतित है। खेतों से पानी कम होने और प्रशासन के सर्वे का इंतजार अब किसान कर रहे हैं। वारासिवनी/खैरलांजी. खैरलांजी क्षेत्र के […]

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पानी में डूबी धान की फसल

इस तरह से खेतों में भरा है पानी।

खैरलांजी क्षेत्र के नदी किनारे गांव के खेत तालाब बन गए हैं। खेतों में पानी भर गया है। पानी में धान की फसल डूबी हुई है। फसल के खराब होने से किसान काफी चिंतित है। खेतों से पानी कम होने और प्रशासन के सर्वे का इंतजार अब किसान कर रहे हैं।

वारासिवनी/खैरलांजी. खैरलांजी क्षेत्र के नदी किनारे गांव के खेत तालाब बन गए हैं। खेतों में पानी भर गया है। पानी में धान की फसल डूबी हुई है। फसल के खराब होने से किसान काफी चिंतित है। खेतों से पानी कम होने और प्रशासन के सर्वे का इंतजार अब किसान कर रहे हैं। ज्यादातर नदी किनारे गांवों में स्थित खेतों में पानी भरने से किसानों को नुकसान हुआ है। इधर, वारासिवनी विधायक विवेक पटेल, पूर्व मंत्री प्रदीप जायसवाल ने भी बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया। पीडि़त किसानों से चर्चा की। किसानों को हर संभव मुआवजे का आश्वासन दिया है।
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत खैरी के ढीमरटोला, पवारीटोला, गुसाईटोला, तेजीटोला, फारेस्ट नाका टोला सहित अन्य ग्रामों के खेतों में बाढ़ का पानी भरा हुआ है। जिसके कारण धान की फसल खराब हो रही है। इन गांवों के किसानों ने शीघ्र सर्वे कराकर मुआवजा दिए जाने की मांग की है। उल्लेखनीय है कि बीते दिनों जिले में भारी बारिश और संजय सरोवर बांध से वैनगंगा नदी में पानी छोड़े जाने के कारण खैरलांजी क्षेत्र में भी बाढ़ के हालात उत्पन्न हो गए थे। नदी के किनारे खेतों में पूरी तरह से पानी भर गया था। जिसके कारण सैकड़ों किसानों की फसलें बर्बाद हो गई है।
किसानों को हुआ आर्थिक क्षति
ग्राम पंचायत खैरी के सरपंच रामप्रसाद तीतरमारे सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि वैनगंगा नदी का जल स्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है। बावजूद इसके खेतों में अभी भी बाढ़ का पानी भरा हुआ है। क्षेत्र के अधिकांश किसानों ने पूर्व में ही धान की रोपाई का कार्य कर लिया था। जिसके कारण ऐसे किसानों को आर्थिक क्षति भी हुई है। इतनी बड़ी प्राकृतिक आपदा आने के बाद भी प्रशासन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया है। जिसके कारण किसानों में आक्रोश है।
सडक़ें भी हुई क्षतिग्रस्त
ग्रामीणों ने बताया कि भारी बारिश व बाढ़ के कारण गांवों की सडक़ें भी खराब हुई है। ग्रामीणों के अनुसार गोंडीटोला से लगी ढीमरटोली, गुसाईटोला से डब्बा तालाब, टेमनी रोड सहित अन्य मार्ग भी काफी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। मार्ग के खराब होने के कारण किसानों को आवागमन करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
पूर्व मंत्री ने लिया जायजा
खैरलांजी क्षेत्र में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का पूर्व मंत्री प्रदीप जायसवाल ने जायजा लिया। पीडि़त किसानों से चर्चा की। पूर्व मंत्री जायसवाल ने बताया कि इस मामले में राजस्व के अधिकारियों को दूरभाष पर चर्चा कर सर्वे कर मुआवजा प्रदान किए जाने के निर्देश दिए गए है। इस अवसर पर खैरी सरपंच रामप्रसाद तितरमारे, उपसरपंच टीकमचंद मते, राजू दमाहे, कन्हैया दतेरे, राधेश्याम बारेवार, रघुनाथ तीतरमारे, नकूल तीतरमारे, नरेन्द्र साहू, मनोज दांदरे नपा अध्यक्ष प्रतिनिधी वारासिवनी सहित अन्य मौजूद थे।