यह मामला टकरसन गांव का है, जो बलिया के हनुमानगंज ब्लॉक में पड़ता है। इस गांव के निवासी राम प्रवेश अपने परिवार के साथ रहते हैं। इनके परिवार में पत्नी के अलावा 6 बेटे हैं। यह परिवार आर्थिक रूप से काफी कमजोर है, इसलिए मेहनत-मजदूरी कर अपना गुजारा करते हैं। परिजनों के मुताबिक, राम प्रवेश के बेटे हरि (35), रामू (27), भानू (22) और जयराम (20) को दिन में नहीं दिखता है। वहीं, रामू की पत्नी सुनीता देवी समेत एक और सदस्य को रात के उजाले में नहीं दिखाई देता।
डॉक्टर ने बताया क्या है समस्या की जड़
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक,
गाजीपुर के एक मेडिकल कॉलेज के नेत्र विभाग की डॉक्टर स्नेहा सिंह का कहना है कि मैक्युलर डिजनरेशन से जुड़ी बीमारी के कारण परिवारको नेत्र दृष्टि विकार हो सकता है। यह बीमारी रेटिना के बीच के हिस्से को नुकसान पहुंचाती है। इससे इंसान की दृष्टिबाधित हो सकती है।
जांच के बाद पता लगेगा असली कारण
डॉक्टरों का कहना है कि मैक्युलर डिजनरेशन का पता चलने पर मरीज को शुरुआती स्टेज में इसका इलाज कराना चाहिए। अनुवांशिक कारणों से होने वाली यह बीमारी बढ़ने पर इलाज से पीड़ित को खास फायदा नहीं होता। हालांकि, बलिया के इस परिवार को आंखों की समस्या किस वजह से है, यह जांच के बाद ही का पता लग पाएगा।