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भाजपाइयों ने कहा-धरना-प्रदर्शन को लेकर जारी सरकारी आदेश भूपेश सरकार का काला कानून, अघोषित आपातकाल

छत्तीसगढ़ में धरना-प्रदर्शन को लेकर जारी सरकारी आदेश के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी ने जेल भरो आंदोलन किया। जिला मुख्यालय में करीब दो घंटे प्रदर्शन के बाद पुलिस ने भाजपा जिला अध्यक्ष, प्रदेश मंत्री व पूर्व विधायकों सहित करीब 370 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया। जयस्तंभ चौक पर कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन किया।

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भाजपा का जेल भरो आंदोलन : धरने के बाद कलेक्टर निवास घेरने निकले, तोड़ा बैरिकेड, पुलिस को चकमा देकर घड़ी चौक तक पहुंचे, 370 गिरफ्तार

बैरिकेड तोड़ रहे भाजपा कार्यकर्ताओं को रोकती पुलिस।

बालोद. छत्तीसगढ़ में धरना-प्रदर्शन को लेकर जारी सरकारी आदेश के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी ने जेल भरो आंदोलन किया। जिला मुख्यालय में करीब दो घंटे प्रदर्शन के बाद पुलिस ने भाजपा जिला अध्यक्ष, प्रदेश मंत्री व पूर्व विधायकों सहित करीब 370 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया। जयस्तंभ चौक पर कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन किया। इसके बाद कार्यकर्ता कलेक्टर निवास घेरने निकले। उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने जगह-जगह बैरिकेड लगाए। इसके बाद भी कार्यकर्ता पुलिस को चकमा देकर नारेबाजी करते हुए घड़ी चौक तक पहुंच गए, जहां से कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया। इस दौरान झूमाझटकी भी हुई। जिला अध्यक्ष कृष्णकांत पवार ने बताया कि दिनभर धरना प्रदर्शन चला। दोपहर से ही सैकड़ों कार्यकर्ता प्रदेश सरकार के खिलाफ जेल भरो आंदोलन में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि यह अघोषित आपातकाल है, जिसे लागू कर छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार आम जनता को डराना चाह रही है। उन्होंने कहा कि सरकार जनाक्रोश को दबाना चाहती है। भूपेश सरकार के काला कानून का विरोध जरूरी है। कानून (भूपेश एक्ट) को वापस लिया जाए। उन्होंने कहा कि यह नियम स्वयं भूपेश बघेल का बनाया हुआ है और हम इसे भूपेश एक्ट कहते हैं।

लोकतांत्रिक आस्थाओं पर चोट
प्रदेश मंत्री राकेश यादव ने कहा कि भूपेश सरकार ने लोकतांत्रिक आस्थाओं पर चोट किया है। राज्य सरकार आंदोलन करने से रोक रही है। भूपेश सरकार डर रही है कि सब आंदोलन कर उनकी पोल पट्टी न खोल दे।

भाजपाइयों ने बैरिकेड तोड़ा, अस्थाई जेल ले भेजा गया
जयस्तंभ चौक पर कार्यकर्ताओं ने सरकारी आदेश को लोकतंत्र की हत्या बताते हुए सड़क पर प्रदर्शन किया। नगर पालिका के सामने सैकड़ों की तादाद में मौजूद नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान कार्यकर्ता बैरिकेड पर चढ़ गए और उसे तोड़ दिया। पुलिस कर्मियों और कार्यकर्ताओं के बीच जमकर झूमाझटकी हुई। आंदोलन में पूर्व विधायक प्रीतम साहू, वीरेंद्र साहू, राजेंद्र राय, बालमुकुंद देवांगन, बाल संरक्षण आयोग के पूर्व सदस्य यशवंत जैन, जिले सभी पदाधिकारी, सभी मंडल अध्यक्ष सहित सभी मोर्चा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष संयोजक एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।

महिलाएं भी रहीं सक्रिय
महिला मोर्चा कार्यकर्ता भी इस आंदोलन में सक्रियता से साथ डटी रही। उन्होंने अपनी गिरफ्तारी भी दी। महिला मोर्चा कार्यकर्ताओं ने कहा कि एक तरफ तो उत्तरप्रदेश में प्रियंका गांधी कहती हंै कि हम लड़की हैं, लड़ सकती हैं तो वहीं छत्तीसगढ़ में आवाज उठाने वाली एक लड़की की आवाज को दबाने का प्रयास मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कर रहे हैं।