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Cold wave : ठिठुराने लगी उत्तर से आ रही ठंड, न्यूनतम तापमान 14 डिग्री पहुंचा

बालोद जिले में कड़ाके की ठंड पड़ने लगी है। आने वाले दिनों में और ठंड पड़ेगी। उत्तर दिशा से आ रही ठंडी हवा का असर जिले में पड़ रहा है।

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बालोद जिले में कड़ाके की ठंड पड़ने लगी है। आने वाले दिनों में और ठंड पड़ेगी। उत्तर दिशा से आ रही ठंडी हवा का असर जिले में पड़ रहा है।

Cold बालोद जिले में कड़ाके की ठंड पड़ने लगी है। आने वाले दिनों में और ठंड पड़ेगी। उत्तर दिशा से आ रही ठंडी हवा का असर जिले में पड़ रहा है। शुक्रवार को जिले में न्यूनतम तापमान 14 डिग्री दर्ज किया गया व अधिकतम तापमान 28 डिग्री रहा।

शनिवार व रविवार को 13 डिग्री तापमान का अनुमान

शनिवार व रविवार को न्यूनतम तापमान में एक डिग्री की गिरावट के साथ रात का न्यूनतम तापमान 13 डिग्री होने का पूर्वानुमान मौसम विभाग ने लगाया है। वहीं ठंड का असर लोगों के स्वास्थ्य पर भी पडऩे लगा है। जिला स्वास्थ्य विभाग ने भी अलर्ट जारी कर दिया है।

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ठंड से बचाव के लिए दिशा-निर्देश

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला बालोद ने नवंबर से मौसम में परिवर्तन के कारण शीतलहर एवं ठंड से बचाव की स्थिति से रोकथाम व बचाव के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं।

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शीतलहर एवं ठंड से बचाव के तरीके

शीतलहर के समय घर के अंदर ही रहने की कोशिश करें।
पर्याप्त मात्रा में गर्म कपड़ों का उपयोग करें।
मौसम में परिवर्तन एवं आपातकालीन संबंधी सूचना के लिए समस्त प्रकार के मीडिया/चैनलों/अखबारों का अवलोकन करते रहे।
बुजुर्ग व्यक्तियों/बच्चों एवं अकेले जीवनयापन कर रहे पड़ोसियों का विशेष ख्याल रखें।
आकस्मिक/आपातकालीन सामाग्री एवं सुविधाए अग्रिम रूप से रखना सुनिश्चित करें।
शीतलहर के समय हीटर / अन्य यंत्र से कमरे को गरम रखें। शरीर को गर्म रखने नियमित रूप से गर्म पेय पदार्थ का सेवन करते रहे।
बिजली न होने की स्थिति में फ्रिज के दरवाजे सही तरीके से बंद रखकर भोज्य पदार्थों को अधिकतम 48 घंटे तक सुरक्षित रखा जा सकता है।
समुचित कपड़े पहने, कोशिश करें कि मोटी परत वाले कपड़ों का इस्तेमाल हो।
कनटोप व मफलर का उपयोग शरीर का तापमान क्षय होने से बचाता है।
कैरोसीन हीटर या कोयला भट्टी/सिगड़ी के धुएं के जहरीली कणों से बचे व अनुकुलित वेंटिलेशन सुनिश्चित करें।
शरीर को गर्म रखने शुद्ध गर्म भोजन का सेवन करें एवं बिना एल्कोहल वाले पेय पिएं।
शीतदंश, कान, नाक, उंगलियों का सफेद या पीला दिखाई देना या सुन्न पडऩे पर तत्काल चिकित्सकीय सुविधा लें।
शरीर का ठंडा पड़ जाना, अनियंत्रित कंपकंपी, याददाश्त में कमी, जबान लडखड़़ाना, सुस्ती एवं एकदम थकान महसूस होने पर चिकित्सक से मिले।

अस्पताल में मरीजों की भीड़, सर्दी-खांसी के ज्यादा मरीज

ठंड का असर अब लोगों के स्वास्थ्य पर भी पडऩे लगा है। जिला अस्पताल में सर्दी खांसी के मरीज ज्यादा आ रहे है। वहीं बच्चों व बुजुर्गों का ज्यादा ध्यान रखने के निर्देश भी दिए है।