
24 घंटे में 5 घंटे रोज हो रही बिजली बंद, कटौती से सभी लोग परेशान
बालोद/दल्लीराजहरा @ patrika. कुछ महीनों से आए दिन अघोषित रूप से हो रही बिजली कटौती के चलते लोगों एवं व्यवसायियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिससे लोगों में बिजली कंपनी के प्रति रोष पनप रहा है। @ patrika. राजहरा नगर और डौंडी विकासखंड के अधिकतर गांवों में इन दिनों 24 घंटे में 5 से 10 बार बिजली सप्लाई का बंद होना आम हो गया है। सुबह से दोपहर तक तेज धूप एवं गर्मी भरे वातावरण को सहने के बाद शाम-रात को भी व्यापारियों, नगरवासियों एवं ग्रामवासियों को राहत नहीं मिल रही है।
कुछ घंटे के अंतराल में बार-बार हो रही कटौती
बिजली कंपनी द्वारा बार-बार की जा रही कटौती पर नाराजगी जताते हुए नगर के वार्ड क्रमांक 7 निवासी एमएम पटेल, सावित्री बाई, रेवती, बृजभूषण सहित वार्डवासियों ने कहा कि कुछ महीनों से आए दिन कुछ घंटे के अंतराल में बार-बार बिजली गुल हो रही है जिससे सभी घर-परिवार के लोग समुचित बिजली की सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हैं।
हर दिन हो रही परेशानी
रोजाना का हाल क्या बताएं 9-10 जून की दरम्यानी रात ही 2 बजे स्ट्रीट लाइट व सभी घरों की बिजली बंद हो गई। बिजली बंद होने से गर्मी भरे माहौल में लोगों की नींद टूट गई और वे बिजली आने का इंतजार करने लगे थे। आधे घंटे बाद स्ट्रीट लाइट जली तो उम्मीद लगा रहे थे कि घरों में भी बिजली आ जाएगी लेकिन इसके लिए लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ा और सुबह 5.30 बजे बिजली आई। जिसके बाद सुबह 9.30 बजे पुन: बिजली बंद हो गई और 15 मिनट बाद आई बिजली फिर से 10.15 बजे बंद हो गई जो 10.30 बजे वापस आई। इसके बाद दोपहर 1 बजकर 20 मिनट पर पुन: बिजली बंद हो गई जो 15 मिनट बाद वापस आई। इस तरह से देखा जाए तो 24 घंटे में किश्तों मेें 4 घंटे 15 मिनट तक बिजली बंद रही। यह सिर्फ एक दिन की बात नहीं है, कुछ महीनों से रोजाना यही हाल हो रहा है जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बिना मौसम खराबी की जा रही बार-बार कटौती
इसी तरह वार्ड-1 राजहरा बाबा क्षेत्र, वार्ड-3 पटेल कालोनी, वार्ड-4 ट्यूबलर शेड सहित अन्य वार्ड एवं ग्राम चिखलाकसा के लोगों एवं व्यापारियों का कहना है कि कुछ मौकों पर तेज हवाएं चलने और बूंदाबांदी होने पर सुरक्षात्मक दृष्टि से बिजली सप्लाई को बंद किया जाना तो समझ में आता है लेकिन मौसम की खराबी हुए बिना बिजली कंपनी द्वारा आए दिन बार-बार बिजली सप्लाई को बंद कर नगरवासियों को परेशान किया जाना समझ से परे है। ऐसा लगता है कि बिजली कंपनी द्वारा जानबूझकर अघोषित रूप से बिजली की कटौती की जा रही है जो लोगों के लिए बड़ी परेशानी का कारण बन रहा है।
कटौती के कारण गर्मी और उमस से हो रहे परेशान
बिजली कटौती के संबंध में जब पूछा जाता है तो विद्युत अधिकारी अथवा कर्मचारी अपनी आदत के अनुसार कोई न कोई फाल्ट जैसे लोड शेडिंग, इंश्यूलेटर खराबी, ट्रांसफार्मर में फ्यूज उडऩा, कहीं पर तार में पेड़ के डंगाल का गिर जाना आदि बताकर पल्ला झाड़ लेते हैं और कुछ देर बाद बिजली आने का भरोसा देते हैं। जब बिजली वापस आ जाती है तो कुछ घंटे के अंतराल में फिर से गुल हो जाती है। जब फाल्ट को सुधारकर बिजली सप्लाई कर दी जाती है तो उसी लाइन में फिर से फाल्ट कैसे आ जाता है वह भी रोजाना कुछ घंटे के अंतराल में फाल्ट का आना जानबूझकर बिजली कटौती करने के संदेह को जन्म देता है। बार-बार बिजली बंद करते हुए बिजली कंपनी द्वारा 24 घंटे में 4 से 6 घंटे तक बिजली कटौती कर दी जाती है जिससे गर्मी के इन दिनों मेें लोगों को अनेक बार कूलर व पंखे के लाभ से वंचित होना पड़ रहा है तथा गर्मी भरे वातावरण में काफी परेशानियों का सामना करते हुए समय काटना पड़ता है। रात्रि के समय परेशानी बढ़ जाती है।
बिजली बिल हाफ की जगह बिजली हो गई हाफ
वार्डवासियों ने यह भी कहा कि जब से छत्तीसगढ़ राज्य में कांग्रेस सरकार ने चुनावी घोषणा पत्र के अनुसार बिजली बिल हाफ के वादे को निभाना शुरू किया है तब से देखा जा रहा है कि बिजली कटौती बढ़ रही है जिससे ऐसा लगता है कि प्रदेश सरकार द्वारा बिजली बिल हाफ नहीं बल्कि बिजली की सुविधा हाफ कर रही है। यदि ऐसा नहीं है तो प्रदेश सरकार बिजली कंपनी के मंत्री सहित उच्चाधिकारियों को सख्त हिदायत दें कि हर गांव-शहरों के लोगों को समुचित रूप से बिजली की सुविधा मुहैया कराने के लिए वे ठोस कदम उठाएं और तत्काल इस समस्या का समाधान करें।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी की जा रही घंटों कटौती
राजहरा नगर एवं चिखलाकसा के अलावा आसपास के गांव साल्हे, पद्देटोला, फागुनदाह, धोतिमटोला, कोकान आदि क्षेत्र में भी आए दिन बिजली की आंख मिचौली जारी है। कभी-कभी तो ग्रामीण क्षेत्रों में घंटों तक बिजली गुल रहने से सभी गांव के लोग हलाकान हो जाते हैं, लेकिन अधिकारी-कर्मचारी इस समस्या को दूर करने के अलावा हर साल इन गांवों में होने वाली ऐसी परेशानी से निजात दिलाने के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं कर रहे हैं। वैसे भी हमेशा से ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत सप्लाई बाधित होने पर मरम्मत व सुधार कार्य के लिए विभाग द्वारा अनावश्यक देरी की जाती है। इस तरह घंटों तक विद्युत सप्लाई बंद रहने से सभी ग्रामीण विभाग के अधिकारियों को कोस रहे हैं।
20 एमपीए का एक ट्रांसफार्मर खराब हो गया है जिसके कारण बिजली व्यवस्था प्रभावित
बिजली कंपनी के जूनियर इंजीनियर एआर तारम ने कहा कि राजहरा स्थित कोंडे पावर हाउस में तीन ट्रांसफार्मर लगे हैं जिसमें 12500 एमपीए के दो और 20 एमपीए का एक ट्रांसफार्मर लगा हुआ है। जिसमेें 20 एमपीए का ट्रांसफार्मर खराब होने के कारण उसके लोड को 12500 एमपीए के दोनों ट्रांसफार्मर में शिफ्ट कर दिया गया है। जिससे राजहरा नगर व आसपास गांव की बिजली व्यवस्था प्रभावित हो गई है। बहरहाल ग्राम जुंगेरा से भी राजहरा नगर में बिजली व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है। कोंडे पावर हाउस स्थित 20 एमपीए के ट्रांसफार्मर को सुधारने के लिए काम चल रहा है।
Published on:
12 Jun 2019 08:45 am
बड़ी खबरें
View Allबालोद
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
