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इस अस्पताल में मरीजों के परिजनों को बाल्टी व बोतल में लाना पड़ता है पानी

महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेडिय़ा के ससुराल ग्राम पीपरछेड़ी में संचालित शासकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र इन दिनों पानी की कमी से जूझ रहा है। समस्या वर्षों से है, लेकिन स्थाई समाधान नहीं हो किया गया है। आज भी अस्पताल में प्रसव कराने और इंजेक्शन भी लगवाना है तो मरीज या उनके परिजनों को बोतल या बाल्टी में पानी लाना पड़ता है।

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बोर सूखने से बढ़ी समस्या : मंत्री अनिला भेंडिया का है ससुराल, अब टैंकर से पंचायत पहुंचा रही पानी, फिर भी होती है दिक्कत, संस्थागत प्रसव भी हो रहा प्रभावित

अब टैंकर से अस्पताल में पानी की सप्लाई की जा रही है।

बालोद. महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेडिय़ा के ससुराल ग्राम पीपरछेड़ी में संचालित शासकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र इन दिनों पानी की कमी से जूझ रहा है। समस्या वर्षों से है, लेकिन स्थाई समाधान नहीं हो किया गया है। आज भी अस्पताल में प्रसव कराने और इंजेक्शन भी लगवाना है तो मरीज या उनके परिजनों को बोतल या बाल्टी में पानी लाना पड़ता है। ग्राम पंचायत एवं स्वास्थ्य भी इससे अवगत हैं, लेकिन व्यवस्था नहीं सुधार रहे हैं। पानी की कमी के कारण यहां संस्थागत प्रसव भी प्रभावित हो रहे है। जबकि यह अस्पताल सुरक्षित व सबसे ज्यादा संस्थागत प्रसव कराने में पूरे जिले का सबसे बेहतर अस्पताल का खिताब भी जिला स्वास्थ्य विभाग से ले चुके है।

पंचायत ने लगाई पाइपलाइन, नहीं आता पानी
तीन साल पहले पूर्व सरपंच गजेंद्र भेंडिया ने ग्राम पंचायत के माध्यम से गांव की मुय लाइन से अस्पताल तक पाइपलाइन बिछाकर पानी की समस्या दूर करने का प्रयास किया था। स्थिति जस की तस हो गई है।

बोर बंद, टैंकर से बुझ रही प्यास
अस्पताल में गर्मी में समस्या अधिक गंभीर हो जाती है। इसकी वजह है प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के बोर का जल स्तर गिरना। अब यहां पानी टैंकर से सप्लाई किया जा रहा है। पंचायत टैंकर से अस्पताल की छत पर लगी टंकी को भर देता है। वहीं पानी सप्लाई होती है।

बोर सफल नहीं हो रहा
बालोद बीएमओ डॉ. शिरीष सोनी ने बताया कि पीपरछेड़ी स्वास्थ्य केंद्र में पानी की समस्या से अवगत हैं। बोर भी कराया जा चुका है, लेकिन सफल नहीं हो रहा है। इसलिए ग्राम पंचायत के माध्यम से पानी की व्यवस्था की जा रही है। जल्द ही स्थाई समाधान निकालने का प्रयास किया जाएगा।