
मटियामोती जलाशय ओवरफ्लो
बालोद. इस बार अच्छी बारिश होने से जिले के चार प्रमुख जलाशयों में से तांदुला को छोड़कर गोंदली, मटियामोती व खरखरा जलाशय में 100 प्रतिशत पानी भरने के बाद ओवरफ्लो हो गया है, जो किसानों के लिए राहत भरी खबर है। हालांकि इस बार जिले के सभी जलाशयों में मानसून सीजन से पहले ही अच्छा जलभराव था। यही वजह है कि जुलाई में ही ये जलाशय छलक गए। मटियामोती जलाशय के वेस्टवियर से एक इंच पानी बह रहा है। तीनों प्रमुख जलाशय ओवरफ्लो होने की जानकारी मिली तो पर्यटक इस मनोरम दृश्य को देखने पहुंचने लगे हैं। शुक्रवार को सुबह से ही तेज व मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया था। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी अच्छी बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया है।
तांदुला जलाशय में 78 प्रतिशत पानी
जिले के किसानों में इस बार बारिश को लेकर उत्साह देखा जा रहा है। क्योंकि प्रमुख जलाशयों में लबालब पानी भरा हुआ है। गोंदली, खरखरा, मटियामोती में 100 प्रतिशत जलभराव एवं तांदुला जलाशय में 78 प्रतिशत पानी भर चुका है। लगभग 30 प्रतिशत और जलभराव के साथ तांदुला भी आने वाले दिनों में छलक जाएगा।
चार जलाशयों में जलभराव की स्थिति
जलाशय - जलभराव
तांदुला - 78 प्रतिशत
गोंदली - 100 प्रतिशत ओवरफ्लो
मटियामोती - 100 प्रतिशत ओवरफ्लो
खरखरा - 100 प्रतिशत ओवरफ्लो
मानसून सीजन किस तहसील में कितर्नी बारिश
तहसील - बारिश मिमी में
बालोद - 582.9
गुरुर - 508.4
गुंडरदेही -510.8
डौंडी - 552.1
डौंडीलोहारा - 772.7
अर्जुंदा - 358.9
मार्रीबंगला (देवरी) - 511.7
कुल औसत बारिश - 542 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
भिलाई स्टील प्लांट सहित किसान खुश
जिले के लगभग सभी जलाशयों में जलभराव की स्थिति काफी बेहतर है। जलाशयों में अच्छा जलभराव से भू-जल स्तर भी बढ़ता है। वहीं किसानों के फसलों की सिंचाई के लिए भी लाभदायक है। साथ ही भिलाई स्टील प्लांट को भी काफी राहत मिलेगी। प्लांट की धमन भट्ठियों को शांत कराने में खरखरा व तांदुला जलाशय का पानी उपयोग किया जाता है।
Published on:
21 Jul 2023 11:26 pm
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