CG News: बालोद जिला मुख्यालय में गौवंश को खुला छोड़ने पर अब पशु पालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सड़कों पर घूम रहे गौवंश को पकड़कर गौधाम ले जा रहे हैं। अगर किसी पशु पालक के गौवंश की पहचान हुई तो पशु पालकों से प्रति गौवंश 500 रुपए शुल्क लिया जाएगा। यही नहीं जितने दिन गौवंश गौधाम में रहेगा। उसके चारा पानी का खर्च भी गौपालकों को देना पड़ेगा। नगर पालिका ने इसके लिए शहर में मुनादी भी कराई है।
दरअसल, सड़कों में बैठे गौवंश से अब लगातार दुर्घटनाएं बढ़ रही है। दो दिन पहले ही शहर के शिव कॉलोनी निवासी एक मोटरसाइकिल चालक सोनू सड़क पर बैठे गौवंश के झुंड से टकराकर बुरी तरह घायल हो गए। इसके बाद नगर पालिका ने गौ पालकों पर सख्ती की है।
सड़कों पर बैठे गौवंशों से जहां वाहनों की टक्कर से जहां गौवंश घायल व मौत के शिकार हो रहे हैं। ठीक वैसे ही वाहन चालक भी मौत के शिकार तथा घायल हो रहे हैं। हालांकि नगर पालिका के लिए सड़कों से गौवंश को हटाना किसी चुनौती से कम नहीं है। नगर पालिका व यातायात पुलिस द्वारा प्रयास किया जा रहा है लेकिन यह प्रयास सड़कों से मवेशी हटाने नाकाफी साबित हो रहे हैं।
नगर पालिका द्वारा जरूर यह बात हर बैठक में की जाती है कि सड़कों पर घूम रहे गौवंश के मालिकों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी लेकिन नगर पालिका के पास आंकड़ा ही नहीं है। आखिर कितने गौपालकों पर कार्रवाई कितनी की गई। यह जानकारी नहीं है। नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिभा चौधरी ने बकायदा बैठक लेकर स्पष्ट निर्देश दिए हैं व मुनादी भी कराई है। लापरवाही पर गौ पालकों पर कार्रवाई होगी।
Published on:
06 Jul 2025 02:13 pm