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21 साल बाद हुआ नेवारीकला हायर सेकंडरी स्कूल का उन्नयन

ग्राम नेवारीकला में संचालित हायर सेकंडरी स्कूल का संचालन 21 साल से ग्रामीण कर रहे हैं। वे शिक्षकों को वेतन भी जनसहयोग से दे रहे हैं। यह बच्चों की परेशानी को दूर करने के लिए किया। ग्रामीणों की समस्या को देख विधायक संगीता सिन्हा की पहल व शिक्षा मंत्री से मांग के बाद आखिरकार स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय टेकाम ने हाईस्कूल को हायर सेकंडरी तक उन्नयन करने की घोषणा कर दी।

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ग्रामीणों से खुशी : ग्रामीण शिक्षकों को वेतन भी जनसहयोग से दे रहे हैं, 5 से 8 किमी दूर हायर सेकंडरी स्कूल जाते थे

नेवारीकला स्थित शासकीय हाईस्कूल।

बालोद. patrika news ग्राम नेवारीकला में संचालित हायर सेकंडरी स्कूल का संचालन 21 साल से ग्रामीण कर रहे हैं। वे शिक्षकों को वेतन भी जनसहयोग से दे रहे हैं। यह बच्चों की परेशानी को दूर करने के लिए किया। ग्रामीणों की समस्या को देख विधायक संगीता सिन्हा की पहल व शिक्षा मंत्री से मांग के बाद आखिरकार स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय टेकाम ने हाईस्कूल को हायर सेकंडरी तक उन्नयन करने की घोषणा कर दी। स्कूली शिक्षा विभाग से आने वाले बजट में शामिल करने की बात कही है। इस घोषणा से ग्रामीणों व स्कूली बच्चों में खुशी है। ग्रामीणों ने कई बार विधायक संगीता सिन्हा से मांग की और अपनी परेशानी भी बताई थी। आने वाले वर्ष में नेवारीकला स्कूल का हायर सेकंडरी में उन्नयन होने की उम्मीद है।

5 से 8 किमी की दूरी देख ग्रामीणों ने लिया निर्णय
शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष बंशी लाल साहू व उप सरपंच टिकेश शर्मा ने बताया कि गांव में पहले कक्षा पहली से आठवीं तक की पढ़ाई होती थी। कक्षा नवमी की पढ़ाई के लिए लाटाबोड़, पोंडी व बालोद जाना पड़ता था। हाई व हायर सेकंडरी स्कूल की पढ़ाई के लिए 5 से 8 किमी की दूरी को देख ग्रामीणों ने फैसला लिया कि गांव में ही हाई व हायर सेकंडरी स्कूल की पढ़ाई हो, इसलिए ग्रामीणों ने जन सहयोग से 22 साल पहले हाईस्कूल की पढ़ाई शुरू करवाई। इसके एक साल के बाद शासन ने हाईस्कूल तक उन्नयन कर दिया। फिर ग्रामीणों ने हायर सेकंडरी का संचालन 21 साल पहले शुरू किया। अभी भी हायर सेकंडरी की पढ़ाई ग्रामीण मिलकर करवा रहे हैं।

शिक्षकों का वेतन भी मिलकर देते हैं ग्रामीण
ग्रामीण कलेश्वर सोनकर ने बताया कि हाईस्कूल के लिए शासन से शिक्षकों की नियुक्ति की गई, लेकिन हायर सेकंडरी में विद्यार्थियों की पढ़ाई के लिए पांच शिक्षकों की व्यवस्था ग्रामीणों ने की है, जिसका वेतन ग्रामीण मिलकर देते हैं। एक साल में ग्रामीण मिलकर स्कूल संचालन के लिए लगभग दो लाख रुपए खर्च करते हैं।

विधायक की मांग को पूरा करना पड़ा
संजारी बालोद विधायक संगीता सिन्हा ने स्कूली शिक्षा मंत्री के सामने अपने विधानसभा अंतर्गत कुछ मांगे रखी। अधिकांश मांगों पर मंत्री ने घोषणा भी कर दी। जैसे ही शिक्षा मंत्री ने घोषणा की पूरा मंच तालियों की से गूंज उठा। विधायक से लेकर जनप्रतिनिधि व ग्रामीणों ने भी खुशी जाहिर की।

गुरुर, पीपरछेड़ी व सांकरा ज में भी बनेगा नवीन स्कूल भवन
नेवारीकला में हायरसेकंडरी का उन्नयन की घोषणा के बाद विधायक की मांग पर गुरुर, सांकरा (ज) व पीपरछेड़ी में जर्जर स्कूल भवन की जगह नवीन स्कूल भवन निर्माण, खिर्रीटोला में जिला सहकारी केंद्रीय बैंक शाखा खोलने की मांग भी की। जिस पर नेवारीकला, गुरुर, पीपरछेड़ी व सांकरा ज की मांग को पूरा किया। वहीं अन्य मांगों पर विचार करने की बात कही।
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एक नजर नेवारीकला स्कूल पर
22 साल पहले हाईस्कूल का संचालन किया ग्रामीणों ने।
21 साल से हायर सेकंडरी स्कूल का संचालन कर रहे ग्रामीण।
02 लाख हर साल स्कूल संचालन में करते हैं खर्च।
300 से अधिक बच्चे कक्षा नवमी से बारहवीं मेें है।

IMAGE CREDIT: balod patrika

निपानी में 1.20 करोड़ की लागत बने कन्या विद्यालय भवन लोकार्पित
बालोद. प्रदेश के स्कूल शिक्षा एवं सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने बालोद विकासखंड के ग्राम निपानी में एक करोड़ बीस लाख की लागत से नवनिर्मित शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भवन का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भवन के लोकार्पण से छात्राओं को अध्ययन में सुविधा होगी।