25 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

नौसिखिए और हेल्पर चलाते हैं भारी वाहन, तेज रफ्तार पर नहीं रख पाते कंट्रोल, नतीजा हो रही मौत

ट्रक चालक ने लापरवाहीपूर्वक तेज रफ्तार से वाहन चलाकर सामने से आ रही कार व मोटरसाइकिल को अपनी चपेट में ले लिया। 10 वर्ष की बच्ची के साथ 5 लोगों की मौत हो गई। एक गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना पर डौंडी पुलिस मर्ग कायम कर विवेचना कर रही है।

2 min read
Google source verification
दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने विभाग सुस्त

नौसिखिए और हेल्पर चलाते हैं भारी वाहन, तेज रफ्तार पर नहीं रख पाते कंट्रोल, नतीजा हो रही मौत

बालोद/दल्लीराजहरा/डौंडी : ट्रक चालक ने लापरवाहीपूर्वक तेज रफ्तार से वाहन चलाकर सामने से आ रही कार व मोटरसाइकिल को अपनी चपेट में ले लिया। 10 वर्ष की बच्ची के साथ 5 लोगों की मौत हो गई। एक गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना पर डौंडी पुलिस मर्ग कायम कर विवेचना कर रही है। घटना 10 मार्च की दोपहर विकासखंड डौंडी के ग्राम मरकाटोला के पास हुई। कच्चे माइंस से आयरन ओर लेकर रायपुर जा रहे ट्रक ने सामने से आ रही कार व मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी। घटना में कार के परखच्चे उड़ गए।

इसके पहले भी हो चुकी कई दुर्घटनाएं
10 मार्च को हुई दुर्घटना क्षेत्र के लिए पहली नहीं थी। इसके पहले भी डौंडी से दल्ली व कुसुमकसा मार्ग पर कई बार दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिसमें दर्जनों लोगों की मौत हो चुकी है और कई घायल हो चुके हैं। दुर्घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही और संबंधित विभाग निष्क्रिय होकर सब देख रहा है।

दुर्घटना का कारण चालकों की लापरवाही
देखा जाता है कि कच्चे माइंस से आयरन ओर लेकर गिधाली व रायपुर जाने वाले ट्रक के चालक तेजरफ्तार के साथ लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हैं। जिसके कारण दुर्घटनाएं और मौत होती है। बार-बार ऐसी दुर्घटनाओं के बाद भी विभाग इस पर अंकुश नहीं लगा पा रहा है। परिणाम स्वरूप लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ रही।

हेल्पर चला रहे वाहन
अधिकांश इन पड़े ट्रकों को नौसिखिए व हेल्पर चलाते हैं। जिनके पास लाइसेंस भी नहीं होता। कुछ वाहन मालिक भी कुशल चालकों की बजाए हेल्परों से वाहनों को चलाते हैं। जिससे उन्हें ज्यादा पेमेंट नहीं देना पड़े। कुशल चालकों की पेमेंट अधिक होती है। चंद पैसे बचाने वाहन मालिक लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।

निरंतर होनी चाहिए जांच व कार्रवाई
इस क्षेत्र के लोगों ने कहा कि संबंधित विभाग को चाहिए कि वे प्रतिदिन इन वाहन चालकों की जांच करे। वे कहीं मदिरा का सेवन कर वाहन तो नहीं चला रहे हैं। देखा गया है कि मदिरा का सेवन या नौसिखियों के वाहन चलाने से दुर्घटनाएं होती हैं। चालकों के लाइसेंस की भी जांच होनी चाहिए। अक्सर देखा जाता है कि किसी बड़ी दुर्घटना होने पर विभाग दो-चार दिन तक सक्रिय हो जाता है। जनता शांत हो जाती है तो वे भी शांतिपूर्वक बैठ जाते हैं।