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50 साल से रह रहे लोगों को एकाएक रेलवे ने थमाया जगह खाली करने नोटिस

सूचना में कहा गया है कि उक्त जमीन पर रेलवे की प्रस्तावित योजना तैयार की जाएगी इसलिए यहां निवासरत परिवार अब अपने रहने की वैकल्पिक व्यवस्था कर ले। 

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Satya Narayan Shukla

Sep 12, 2016

Balod

The ruins of the railway sector housing

बालोद/दल्लीराजहरा.दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने नगर के वार्ड 27 में सूचना बोर्ड लगाकर क्षेत्र में 50 साल से निवासरत लोगों को सकते में डाल दिया है। सूचना में कहा गया है कि उक्त जमीन पर रेलवे की प्रस्तावित योजना तैयार की जाएगी। इसलिए यहां निवासरत परिवार अब अपने रहने की वैकल्पिक व्यवस्था कर ले।
भविष्य को लेकर चिंतित हैं रहवासी
रहवासियों के लिए पहले वैकल्पिक व्यवस्था के लिए चेतावनी देते हुए जनप्रतिनिधियों ने अपनी प्रतिक्रियाएं व्यक्त करते हुए रेलवे से अपील भी की है। विदित हो कि अक्टूबर 2015 में रेलवे विभाग ने वार्ड क्रमांक 27 में निवासरत लगभग 400 परिवारों को जमीन से कब्जा हटाने व जगह खाली करने के लिए नोटिस दिया था। ऐसे में निवासरत परिवारों में अपने भविष्य को लेकर चिंता बढ़ गई है। वे काफी दहशत में हैं।

खंडहर आवासों को तोड़कर भी पूरा किया जा सकता है प्रोजेक्ट
मामले में व्यापारी संघ अध्यक्ष डॉ. रूपआनंद दासाणी ने कहा कि रेलवे के पास खाली जमीन होने के बावजूद वार्ड 27 में निवासरत परिवारों को हटाना कतई उचित नहीें है। रेलवे के पास काफी जमीन खाली पड़ी हुई है जिसका उपयोग करते हुए प्रस्तावित योजना के जो भी कार्य हैं उन्हें उन्हीं जमीन पर पूरा कराया जा सकता है। सैकड़ों गरीब परिवार मेहनत-मजदूरी तथा लोग छोटा व्यवसाय कर यहां 50 से भी ज्यादा सालों से निवास करते हुए अपना जीवन-यापन कर रहे हैं जिन्हें हटाने से सैकड़ों परिवार के सामने रहने बसने की विषम समस्या खड़ी हो जाएगी।

10 माह पहले कलक्टर ने किया था रेलवे की जमीन का निरीक्षण
मामले में 21 अक्टूबर 2015 को कलक्टर राजेश सिंह राणा ने रावघाट रेल लाइन परियोजना के लिए रेलवे स्टेशन क्षेत्र में रेलवे की उपलब्ध भूमि का निरीक्षण किया था और विभाग के जूनियर इंजीनियर से रेलवे के बसाहट क्षेत्र, खाली व बसाहट जमीन की स्थिति, रेलवे आवासों की स्थिति, कितने आवासों में अवैध कब्जाधारी हैं उनके नाम और कितने लोगों को नोटिस जारी किया गया है।

हटाया तो छेड़ा जाएगा आंदोलन : पार्षद
वार्ड पार्षद सूरज विभार ने कहा कि दल्लीराजहरा नगर में लोहा खदान खुलने से विभिन्न प्रांत व छत्तीसगढ़ के अनेक जिला क्षेत्र के सैकड़ों लोग यहां रोजगार पाने और खुशहाल भविष्य का सपना संजोकर सैकड़ों परिवार यहां आए थे। यहां निवासरत परिवारों के पास अपनी खुद की और कहीं भी जमीन नहीं है। यहां के लोग जमीन खाली नहीं करेंगे। यदि उन्हें रेलवे जबरदस्ती हटाएगा तो वार्डवासी नगरवासियों के सहयोग से आंदोलन छेड़ा जाएगा।

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