
ढाई घंटे तक विंडो ट्राली से पहले की तसल्ली, फिर बंदूक के साए में स्पीड से दौड़ी
बालोद/दल्लीराजहरा . सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की कड़ी सुरक्षा के साए में बुधवार को रेलवे की सेफ्टी टीम ने भानुप्रतापपुर से केंवटी तक तैयार 8.2 किलोमीटर के रेलवे ट्रेक का निरीक्षण और उसमें ट्रेन का ट्रायल किया। सुबह ठीक 11 बजे भानुप्रतापपुर स्टेशन पर स्पेशल ट्रेन पहुंची और आते ही रेलवे के सेफ्टी कमिश्नर सहित डीआरएम एवं इंजीनियरर्स ने रेललाइन का निरीक्षण किया।
ढाई घंटे में तय की विंडो ट्राली से 8.2 किमी का सफर
विंडो ट्राली में 8 .2 किलोमीटर का सफर ढाई घंटे में तय कर सेफ्टी टीम ने पटरियों को इतनी बारीकी से देखा कि ट्रेन के ट्रायल से पहले पूरी तरह सुरक्षा की तसल्ली हो जाए। दोपहर करीब ढाई बजे जब भानुप्रतापपुर से 110 किमी प्रतिघंटे की स्पीड से ट्रेन महज 6 मिनट में केंवटी स्टेशन पहुंची तो वहां मौजूद लोगों ने तालियां बजाकर इसका स्वागत किया।
कमिश्नर ने दी हरी झंडी
निरीक्षण और ट्रेन के ट्रायल के बाद रेलवे के सेफ्टी कमिश्नर एके राय ने इस ट्रेक में ट्रेन चलाने हरी झंडी दे दी है। उन्होंने रेलवे को ओके रिपोर्ट देकर इस ट्रेक को ट्रेन के लिए परफेक्ट बताया। निरीक्षण के दौरान कमिश्नर राय ने खांडी नदी के पुल सहित केंवटी तक पडऩे वाले करीब आधा दर्जन छोटे-छोटे पुलियों का भी निरीक्षण किया। अधिकारियों ने बताया रेल लाइन का कार्य पूरा होने के बाद आयुक्त रेलवे सेफ्टी इसका निरीक्षण करते हैं और उनकी अनुमति के बाद ही गाडिय़ों का परिचालन प्रारंभ होता है। इसी संदर्भ में एके राय, एसई सर्कल के कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी दक्षिण पूर्व सर्कल, कोलकाता यहां पहुंचे थे।
पहले चरण में 95 किलोमीटर
दल्लीराजहरा-रावघाट-जगदलपुर परियोजना कुल 235 किलोमीटर तक रेल लाइन बिछाने का कार्य किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ शासन, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड, एनएमडीसी, आरवीएनएल के संयुक्त प्रयास से बिछाई जा रही रेललाइन के प्रथम चरण में 95 किलोमीटर तक जाने का लक्ष्य रखा है। जिसके तहत दल्ली राजहरा से भानुप्रतापपुर तक कुल 34 किलोमीटर नई रेल लाइन बिछाई जा चुकी है। अब इसमें केवटी तक 8.2 किलोमीटर का विस्तार कर लिया गया है।
7 महीने में अंतागढ़ का टारगेट
अक्टूबर तक अंतागढ़ का टारगेट केंवटी से अंतागढ़ की दूरी 18 किलोमीटर की है और यहां भी कुछ पुल-पुलियों को छोड़ दिया जाए तो पटरी बिछाने का काम पूरा होने को है। रेलवे अधिकारी की मानें तो अक्टूबर तक अंतागढ़ तक की रेल लाइन का काम भी पूरा हो जाएगा। उससे बाद अंतागढ़ से रावघाट से आने वाले माइंस को रेल के रास्ते बीएसपी भेजा जा सकेगा।
बंदूक का साया हमेशा साथ
ट्रायल के दौरान रावघाट की सुरक्षा में लगी सशस्त्र सीमा बल के जवान पूरे वक्त साए की तरह साथ रहे। भानुप्रतापपुर स्टेशन में 33 बटालियन के कमांडेंट अशोक कुमार ठाकुर अपनी टीम के साथ मौजूद थे। वहीं केंवटी तक चप्पे-चप्पे पर जवान तैनात थे। विंडो ट्राली के आगे भी सबसे पहले एसएसबी के जवान रहे।
Published on:
28 Mar 2019 08:10 am
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