
स्कूल (Photo source- Patrika)
CG News: सुहेला इलाके में 15 सालों से एक निजी शैक्षणिक संस्था काम कर रही है। फिलहाल इस संस्था के 4 स्कूल चल रहे हैं। इन्हीं में से एक स्कूल में 11वीं की छात्रा से छेड़छाड़ का मामला सामने आया था।
आरोपी सरकारी शिक्षक है। तनावभरे माहौल के बीच 14 गांवों के सरपंचों ने एक राय होकर कलेक्टर से शिकायत की थी। स्कूल की मान्यता पर भी सवाल उठाए। अब साहू समाज भी घटना के विरोध में सड़कों पर उतर आया है। गुरुवार को सुहेला में धरना देकर आरोपी शिक्षक को बर्खास्त करने के साथ सभी स्कूलों को बंद करने की मांग की। पता चला है कि संस्था से जुड़े चारों स्कूलों में कुल 58 शिक्षक हैं। इनमें से केवल 12 ही बीएड वाले हैं। बाकी पढ़ाने के लिए अयोग्य हैं। ऐसे में शिक्षा गुणवत्ता को लेकर भी सवाल उठाए जाने लगे हैं।
दरअसल, पूरा मामला बीते महीने 11वीं की पूरक परीक्षा का है। छात्रा परीक्षा दिलाने गई थी। आरोपी पेशे से सरकारी शिक्षक है, लेकिन परिवार का ही स्कूल होने की वजह से आए दिन आता रहता था। घटना वाले दिन उसने छात्रा से छेड़छाड़ की। उसने घर जाकर पूरी बात परिवार को बताई। थाने में रिपोर्ट भी दर्ज कराई। इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
बात गांव-गांव तक फैली। डेढ़ हजार से ज्यादा बच्चे इनके स्कूलों में पढ़ते हैं। लोगों का गुस्सा भड़क उठा। साहू समाज ने आंदोलन की चेतावनी दी। 14 गांवों की ओर से उनके सरपंच भी बीते दिनों शिकायत करने बलौदाबाजार गए थे। गुरुवार को साहू समाज ने एक दिवसीय धरना देते हुए चेताया है कि आरोपी शिक्षक की बर्खास्तगी और उसके परिवार के सभी स्कूलों में तालाबंदी नहीं होती, तो जिला स्तर पर उग्र आंदोलन होेगा।
मामले में पत्रिका ने बलौदाबाजार डीईओ से बात की। उनका कहना है कि संबद्ध स्कूलों की जांच करवा चुके हैं। टीम भी बनाई है, जो जल्द कठोर कार्रवाई की सिफारिश करेगी। हाईकोर्ट से अनुमति लेकर कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, अब तक शिक्षा विभाग की नाक के नीचे गलत तरीके से स्कूल संचालित होने के सवाल पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। बता दें कि सरपंचों के बृहद हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन और शिकायत के बाद शिक्षा विभाग ने अचानक सख्त रुख अपनाया है। जांच रिपोर्ट तैयार की जा रही है, लेकिन 15 साल तक चली अनदेखी के बाद अफसरों पर लापरवाही के साथ संलिप्तता के आरोप भी लग रहे हैं।
तहसील साहू संघ ने सुहेला में धरना प्रदर्शन किया। निजी स्कूलों की मान्यता रद्द करने के साथ आरोपी शिक्षक की बर्खास्तगी की मांग की। जिला साहू संघ के अध्यक्ष सुशील साहू ने कहा कि सुहेला में संचालित शैक्षणिक संस्था ने शिक्षा के नाम पर व्यापार किया। यह स्कूल लगातार 10-15 सालों तक बेधड़क अपना धंधा चलाता रहा।
भारी अनियमितताओं के बीच शिक्षा विभाग के अधिकारियों को क्यों भनक नहीं लगी? क्या इसमें उनकी संलिप्तता नहीं है! साहू ने कहा कि अभी एक दिन धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। जल्द दोनों मांगें पूरी न की, तो जिला स्तर पर उग्र आंदोलन होगा। स्कूल का संचालन संचालकों के घर में किया जा रहा है। सरकारी नियमों-कायदों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। प्रदर्शन में बड़ी संया में साहू समाज के लोग मौजूद रहे।
सुहेला: 630 छात्र, 19 शिक्षक, केवल 7 प्रशिक्षित
रावण: 180 छात्र, 13 शिक्षक, मात्र 2 प्रशिक्षित
लिटिल स्टार 444 छात्र 13 शिक्षक, 1 बीएड, 1 डीएड
दतान स्कूल: 306 छात्र, 13 शिक्षक, सिर्फ 2 प्रशिक्षित।
Published on:
04 Jul 2025 12:16 pm
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