5 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Custodial death case: Video: थाने में प्यून की आत्महत्या मामला: प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज, छोड़े टियर गैस, भीड़ ने थाने पर किया पथराव

Custodial death case: एनआरएचएम में पदस्थ संविदा कर्मी द्वारा थाने में फांसी लगाए जाने की बात को लेकर बलरामपुर में जमकर हुआ बवाल, टायल जलाकर प्रदर्शन, भीड़ को खदेडऩे पुलिस ने किया बल का प्रयोग, उग्र भीड़ ने थाने में जमकर की तोडफ़ोड़

3 min read
Google source verification
Custodial death case

Pathrav

बलरामपुर। Custodial death case: एनआरएचएम में पदस्थ प्यून द्वारा बलरामपुर थाने के टॉयलेट में फांसी लगाने की घटना के बाद जमकर बवाल मच गया है। एनआरएचएम कर्मचारियों के अलावा नगरवासी व मृतक के परिजनों ने नेशनल हाइवे पर टायर जलाकर चक्काजाम (Custodial death case) किया तथा पुलिस के खिलाफ नारे लगाए। उग्र प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने उन्हें खदेडऩे भीड़ पर लाठी चार्ज कर दिया। इससे गुस्साए लोगों ने पुलिस पर पथराव किया तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। इससे लोग और बिदक गए और थाने पर पथराव कर दिया। इससे खिड़कियों के कांच फूट गए। प्रदर्शन रात तक चलता रहा।

हम आपको बता दें कि बलरामपुर के ग्राम संतोषीनगर निवासी निवासी गुरुचंद मंडल 30 वर्ष एनआरएचएम कार्यालय में संविदाकर्मी के रूप में प्यून के पद पर पदस्थ था। उसकी पत्नी रीना मंडल पिछले 20 दिनों से घर से गायब है। इसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट बलरामपुर थाने में दर्ज है।

पत्नी की गुमशुदगी को लेकर शक के आधार पर पुलिस ने गुरुवार की दोपहर करीब 2 बजे उसे थाने में बुलाया था। इसी बीच करीब 3.30 बजे उसकी लाश थाने के टॉयलेट में फांसी (Custodial death case) पर लटकी मिली।

बताया जा रहा है कि युवक ने टॉयलेट में जाकर गमछे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। युवक का फांसी के फंदे पर देख पुलिसकर्मियों के होश उड़ गए। फिर उन्होंने तत्काल इसकी सूचना थाना प्रभारी समेत एसपी को दी।

यह भी पढ़ें:Custodial death: थाने के टॉयलेट में एनआरएचएम के प्यून ने लगाई फांसी, पूछताछ के लिए बुलाई थी पुलिस

घटनास्थल देखना चाह रहे थे लोग

घटना की सूचना जैसे ही एनआरएचम में पदस्थ कर्मचारियों तथा चिकित्सकों को हुई, वे तत्काल थाने पहुंच गए। इसके अलावा मृतक के परिजन सहित अन्य लोग भी मौके पर पहुंचे। बताया जा रहा है कि चिकित्सक व कर्मचारी घटनास्थल की स्थिति को देखकर पूरे मामले को समझना (Custodial death case) चाह रहे थे कि आखिर किन परिस्थितियों में गुरुचंद की मौत हुई।

यह भी पढ़ें:Bear killed woman: धान कटाई करने गई महिला को भालू ने मार डाला, बैठकर 2 घंटे तक खाता रहा मांस

Custodial death case: लोगों का फूट पड़ा गुस्सा

पुलिस द्वारा घटनास्थल दिखाने से साफ इंकार (Custodial death case) कर दिया। इससे कर्मचारियों, परिजन व अन्य लोगों का आक्रोश फूट पड़ा तथा उन्होंने थाने का घेराव कर जमकर हंगामा मचाया। फिर उन्होंने एसपी कार्यालय के सामने नेशनल हाइवे पर टायर जलाकर चक्काजाम कर दिया।

प्रदर्शन उग्र होता देख थाना व एसपी कार्यालय के पास बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया। दरअसल लोग मृतक के पिता से मिलना चाह रहे थे, जिन्हें थाने के अंदर (Custodial death case) बैठाकर रखा गया था, जब काफी देर बाद भी पिता को बाहर नहीं लाया गया तो लोगों का आक्रोश फूट पड़ा।

रेलिंग तोडक़र थाना परिसर में घुसी भीड़, छावनी में तब्दील

मौके पर मौजूद प्रदर्शनकारी रेलिंग तोड़ते हुए थाना कैंपस में घुस गए, इस दौरान उग्र भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। टियर गैस भी छोड़े गए। जवाब में प्रदर्शन में शामिल कुछ लोगों ने थाने पर पथराव किया।

उन्होंने थाने के खिड़कियों में लगे कांच के शीशे पत्थर (Custodial death case) से तोड़ दिए। देर रात तक लोग वहीं डटे रहे तथा चक्काजाम जारी था। तनाव की स्थिति देखते हुए पूरे जिले से पुलिस बल मंगाकर थाने के 200 मीटर दायरे को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।