रामानुजगंज. बलरामपुर जिले के रामानुजगंज वन परिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम चाकी में रविवार की रात नर हाथी के हमले में एक महिला की मौत (Elephant killed woman) हो गई। जबकि पति व बेटी ने भागकर अपनी जान बचाई। पति-पत्नी लघुशंका के लिए घर से बाहर निकले थे। वहीं हाथी के हमले में एक अन्य ग्रामीण के दोनों पैर टूट गए। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हाथी के रिहायशी इलाके में विचरण करने से ग्रामीणों में दहशत का आलम है।
रविवार की देर रात 2 बजे के ग्राम चाकी में जंगल किनारे रहने वाले मुन्ना राम व उसकी पत्नी राधिका भुइयां उम्र 36 वर्ष लघुशंका के लिए उठे थे। इसी दौरान अचानक वहां पहुंचे हाथी ने राधिका को सूंड (Elephant killed woman) से लपेटकर पटक दिया। इससे राधिका की मौके पर मौत हो गई। वहीं मुन्ना राम ने अपनी 18 वर्षीय बेटी के साथ भाग कर जान बचाई।
इसके बाद हाथी (Elephant killed woman) आगे बढ़ते हुए टिभाली सिंह पिता फेकन सिंह उम्र 52 वर्ष का घर तोड़ते हुए उसे अपनी चपेट में ले लिया। इससे उसके दोनों पैर टूट गए। इसे रामानुजगंज अस्पताल से बलरामपुर रेफर कर दिया गया, यहां उसका इलाज जारी है।
सोमवार को वन विभाग द्वारा मृतका के शव का पीएम कराकर परिजन को सौंप दिया गया। विभाग द्वारा मृतका के परिजन को 25 हजार की तात्कालिक सहायता राशि दी गई है।
8 अप्रैल को भी हाथी के हमले में एक ग्रामीण की मौत (Elephant killed woman) हुई थी। इसके बाद भी वन विभाग द्वारा कोई ठोस कार्य योजना नहीं बनाने के कारण हाथियों के हमले से लोगों की मौत का सिलसिला नही रुक रहा है।
वहीं रेंजर निखिल सक्सेना का कहना है कि नर हाथी वाड्रफनगर से गडग़ोरी, बगरा होते हुए चाकी आया था। चाकी में उसने महिला की जान ली है, अभी वह छतवा शिवपुर में विचरण कर रहा है। लगातार मुनादी के जरिए ग्रामीणों को अलर्ट किया जा रहा है।
Published on:
17 Jun 2025 04:23 pm