एक व्यक्ति खुद को मंत्री का पीए बताकर कार क्रमांक सीजी 02-5035 से ग्राम केसारी के सेवानिवृत्त शिक्षक (Retired teacher) रामखिलावन के घर पहुंचा था। यहां उसने आसपास के लोगों से कहा कि मैं मंत्री का पीए हूं, सरकारी काम कराना होगा तो बताओ। तब वहां के लोग बोले कि हम लोगों का काम हो जाता है।
इसी दौरान एक ग्रामीण बोला कि केसारी बस्ती के मेन रोड यादव टोला से स्कूल तक सीसी रोड के लिए प्रस्ताव बनाकर भेज दिये है तो उसने कहा कि कुछ नहीं होगा, लेकिन मैं पंचायत मंत्रालय से एक सप्ताह के भीतर स्वीकृत करा दूंगा। लेकिन अभी तुरंत 25 हजार रुपए लगेंगे। तब ग्रामीण ने बातों में विश्वास कर 25 हजार रुपये उस व्यक्ति को दे दिए।
जब रुपए लेकर वह जाने लगा तो दूसरे ग्रामीण दूर से ही उसे और गाड़ी नंबर को देखकर बोले कि यह तो सरकारी गाड़ी है, कहीं वह फर्जी व्यक्ति तो नहीं है तो ठगी की आशंका हुई। इसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई। इस पर रघुनाथनगर पुलिस ने पूरे मामले की जांच करते हुए फर्जी पीए को धर दबोचा। उसकी पहचान पुरानी बस्ती रायपुर निवासी शशिनाथ तिवारी के रूप में हुई।
पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर ठगी में प्रयुक्त कार व नकद 27010 रुपए जब्त किए। आरोपी निजी कार में फर्जी सरकारी नंबर का उपयोग कर रहा था। मामले में पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 419, 420, 467, 468 व 471 के तहत कार्रवाई की है। कार्रवाई में निरीक्षक बाजीलाल सिंह, आरक्षक अभिषेक पटेल, मनोज गुप्ता, अजय टोप्पो, अशोक गोयल, सुरेंद्र उइके व ब्रम्हानंद नेताम शामिल रहे।
जहां भी जाता, रेस्ट हाउस में ठहरता
रघुनाथनगर पुलिस द्वारा पकड़ा गया आरोपी बेहद शातिर है। वह कुछ इस तरह के रूतबे में रहता था कि अधिकारियों को भी झांसे में लेकर सरकारी सुविधाओं का लाभ उठाता था।
पुलिस ने बताया कि आरोपी ने न सिर्फ बलरामपुर जिले बल्कि कोरबा, जशपुर, बिलासपुर व अन्य जिलों में भी सरकारी नौकरी व ट्रांसफर के नाम पर ठगी की वारदात को अंजाम दे चुका है। साथ ही वह जहां भी जाता था, वहां के अफसरों को भी खुद को मंत्री का पीए बताकर झांसे में ले लेता था। इसके बाद वह रेस्ट हाउस में रूकने सहित अन्य सरकारी सुविधाओं का भी लाभ लेता था।
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अंबिकापुर से एक कार बरामदपुलिस ने बताया कि आरोपी मंत्री का पीए (Minister PA) बनकर अंबिकापुर के सर्किट हाउस में भी रुका था। यहां वह दूसरी कार से आया था। इस कार में भी उसने फर्जी सरकारी नंबर सीजी 02-5034 लगा रखा था।
लेकिन यह कार खराब होने पर उसने बिलासपुर चौक के पास गैरेज में बनने के लिए दिया गया था। फिर दूसरी कार से वह बलरामपुर जिले के ग्राम केसारी पहुंचा था। पुलिस ने बिलासपुर चौक के पास गैरेज में दिए गए कार को भी बरामद कर लिया है।