
Former naxalites and children got admission in 10th class
बलरामपुर/कुसमी. Former Naxalites got admission in school: लाल आतंक का साथ छोडक़र समाज की मुख्यधारा में लौट चुके नक्सलियों व उनके परिवारों के लिए शासन द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। इसका लाभ भी उन्हें मिल रहा है। इसी कड़ी में बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के एसपी ने भी अपनी ओर से ऐसे नक्सली व उनके परिवारों के लिए पहल की है। एसपी ने 2 पूर्व नक्सली, एक पूर्व नक्सली की पत्नी व बच्चे सहित अनुकंपा नियुक्त एक महिला आरक्षक को 10वीं ओपन में एडमिशन दिलाकर पढ़ाई का जिम्मा उठाया है। उन्होंने अपने खर्च पर उन्हें कॉपी, पेन व किताबें उपलब्ध कराई हैं। हाथ में कॉपी, पेन देख उनके भी चेहरे खिल उठे हैं।
गौरतलब है कि बलरामपुर-रामानुजगंज एसपी डॉ. लाल उमेद सिंह ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए पूर्व नक्सली, पूर्व नक्सली की पत्नी व बच्चे की पढ़ाई का जिम्मा उठाया है। एसपी ने शनिवार को बलरामपुर जिले के ग्राम बनौर निवासी पूर्व नक्सली सुपेल महंत व रामअवधेश को दफ्तर में बुलाया।
पूछताछ में दोनों ने बताया कि अत्यधिक गरीबी व आर्थिक तंगी के कारण वे पढ़-लिख नहीं पाए हैं, उनकी पढऩे की इच्छा है। इस पर एसपी ने दोनों का 10वीं (ओपन) में दाखिला कराया।
वहीं पूर्व नक्सली रामअवधेश के पुत्र ने भी आर्थिक तंगी के कारण 10वीं की पढ़ाई छोड़ दी थी, उसका भी 10वीं ओपन में दाखिला कराया। एडमिशन कराने के बाद एसपी ने तीनों को पढ़ाई तथा परीक्षा की तैयारी करने कॉपी, पेन, पुस्तकें व गाइड खरीदकर दिया। एडमिशन पाकर तीनों के चेहरे पर मुस्कान बिखर आई।
पूर्व नक्सली की पत्नी का कराया एडमिशन, बच्चों की पटाई फीस
एसपी ने बलरामपुर जिले के ग्राम गम्हरिया निवासी पूर्व नक्सली सीताराम की पत्नी विराजो को भी 10वीं ओपन में एडमिशन दिलाकर कॉपी, पुस्तकें खरीदकर दी। इसके अलावा विराजो के 2 बच्चे, जिनकी पिछले वर्ष की स्कूल फीस बाकी थी, उसे चुकता किया।
वहीं दोनों बच्चों के इस वर्ष की स्कूल फीस, यूनिफॉर्म व कॉपी-पुस्तकें दी। एसपी ने पूर्व नक्सली व उनके परिवार को पढ़ाई के साथ ही अन्य मदद करने का भी आश्वासन दिया है। इस पर पूर्व नक्सली व उसके परिवार ने एसपी व बलरामपुर पुलिस को धन्यवाद किया।
महिला आरक्षक का भी कराया दाखिला
अनुकंपा नियुक्ति के माध्यम से देवकुंवर की पुलिस विभाग में भर्ती हुई है। कुछ दिन पूर्व ही वह बेसिक ट्रेनिंग पूरा कर रक्षित केन्द्र बलरामपुर में पदस्थ हुई है।
महिला आरक्षक द्वारा एसपी को बताया गया कि घर की स्थिति अच्छी नहीं होने की वजह से वह केवल 8वीं तक ही पढ़ाई कर सकी थी। एसपी ने महिला आरक्षक का भी 10वीं ( ओपेन ) में दाखिला कराया। वहीं आवश्यक पाठ्य सामग्री प्रदान की।
Published on:
15 Jul 2023 07:35 pm
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