
आरोपी शहजादी और उसके पिता
Banda News: उत्तर प्रदेश के बांदा, जिले के मटौंध के गोयरा मुगली गांव की बेटी शहजादी को दुबई के अबू धाबी जेल में मौत की सजा सुनाई गई है। परिजनों के मुताबिक उसे किसी भी समय फांसी दी जा सकती है। शुक्रवार को उसे जेल के सामान्य बैरक से निकाल कर दूसरे बैरक में शिफ्ट किया गया है। दुबई के अधिकारियों ने मां बाप से बात कराई तो वह फफक कर रो पड़े। बेटी भी रोने लगी कहा कि मैं बेकसूर हूं।लेकिन मुझे फांसी दी जा रही है। कोर्ट-कचहरी के चक्कर मत लगाना, जो भी केस दर्ज कराए हैं। वापस ले लेना।
Banda News: दुबई के आबूधाबी जेल में बन्द शहजादी को एक बार फिर फांसी की सजा होने की खबरें आ रही है। दुबई के अधिकारियों ने शुक्रवार की रात 12 बजे जब मां-बाप से बात कराई तो बेटी रोने लगी। उसने पिता से कहा कि मैं बेकसूर हूं। फिर भी मुझे फांसी की सजा दी जा रही। बेटी ने अपने पिता को बताया कि कुछ अधिकारी आए हैं। जो कह रहे हैं की आखिरी बार तुम अपने माता-पिता से बात कर सकती हो इसके बाद तुम्हें दूसरे बैरक में शिफ्ट किया जाएगा। सुबह फांसी दी जाएगी। यह बात सुनते ही पिता के हाथों से मोबाइल फोन छूट कर जमीन पर गिर गया। मां ने उठाया तो शहजादी ने रोते हुए कहा, मां अब मैं चली, आप सब अपना ख्याल रखना। शहजादी की दर्दनाक पुकार सुनकर पूरा परिवार सदमे में है। पिता की आंखें आंसुओं से भरी हैं। परिजन दहशत में हैं।गांव में मातम पसरा है।
शहजादी बचपन में आग लगने से दिव्यांग हो गई थी। फेसबुक के जरिए आगरा के रहने वाले उजैर से उसकी दोस्ती हुई। इलाज करने के नाम पर वह वर्ष 2021 में उसे आगरा ले गया। पिता के मुताबिक उसने उसका वीजा बनवाया। इसके बाद बहला फुसलाकर आगरा के रहने वाले दंपत्ति फैज अहमद व नादिया के साथ दुबई भेज दिया। इस दौरान फैज़ के 7 वर्षीय बेटे कि गलत इलाज के कारण मौत हो गई। दंपति ने बेटे की हत्या का आरोप लगाते हुए शहजादी को फंसा दिया। वहां की अदालत ने उसे दोषी ठहराते हुए फांसी की सजा सुनाई है।
Published on:
16 Feb 2025 07:17 am
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