
बांदा में यमुना नदी में डूबी नाव, 20 के डूबने की आशंका
बांदा. यमुना नदी में नाव डूबने से करीब 20 लोगों के डूबने की आशंका है। बताया जा रहा है कि, बांदा फतेहपुर की सीमा में मरका थाना क्षेत्र के मरका घाट पर सवारियों से भरी नाव डूब गई। बांदा और फतेहपुर पुलिस की टीमें रेस्क्यू में जुट हुई हैं। नाव पर 25 से ज्यादा लोग सवार थे। थाना असोथर के राम नगर कौहन घाट के सामने नाव डूबी है। बताया जा रहा है कि यमुना नदी में नाव में 25 लोग सवार थे। अचानक पलट गई। इसमें 5 लोगों ने तो तैरकर अपनी जान बचाई। पर 20 लोग नदी में लापता है। जिनकी तलाश की जा रही है। पुलिस और गोताखोर की टीमें जुटी हुई हैं। नाव मरका घाट से फटेपुर जा रही थी। इधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद बांदा में हुए नाव हादसे को लेकर जिला प्रशासन को राहत और बचाव कार्य करने के निर्देश दिए हैं। लोगों को नदी से निकालकर उनका समुचित उपचार कराने के सख्त निर्देश जारी किए हैं। घटना का प्रमुख कारण नाविकों की मनमानी और जिम्मेदारों की लापरवाही है।
सीएम योगी ने दिए राहत एवं बचाव कार्य के निर्देश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद बांदा में यमुना नदी में हुए नाव हादसे को लेकर जिला प्रशासन को तत्काल मौके पर पहुंचकर बचाव और राहत कार्य करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने दुर्घटना में हुई जनहानि पर शोक व्यक्त करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारीए डीआईजीए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम को तत्काल मौके पर जाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री जी ने हादसे में घायल हुए लोगों का समुचित उपचार कराए जाने के निर्देश दिए हैं।
नाविक अक्सर क्षमता से अधिक लोगों को बैठाते हैं
आसपास के ग्रामीणों की मानें तो नाविक अक्सर क्षमता से अधिक लोगों को नाव में बैठाकर नदी पार कराते हैं। थाना मरका से गुजरी यमुना नदी बारिश के दिनों में उफान पर रहती है। मर्का यमुना नदी उस पार फतेहपुर जनपद क्षेत्र लगता है। इससे मर्का से फतेहपुर और फतेहपुर से मर्का आनेवाले लोग नाव का प्रयोग करते हैं। ग्रामीणों के अनुसार, नाविक 40 से 50 लोगों को नाव में बैठाते हैं। 40 से कम होने पर नाव नदी में नहीं उतारते हैं। आरोप है कि यदि नाविकों की मनमानी न होती और क्षमता से अधिक सवारी न बैठाते तो इतना बड़ा हादसा न होता।
जिम्मेदार लाचार
घटना के बाद नदी किनारे मौजूद लोगों की मानें तो करीब अपरान्ह 3.30 पर घटना की जानकारी के बाद जिम्मेदार सिर्फ एक स्टीमर के सहारे ही नदी पर हाथ पैर मारते रहे। घटना के करीब ढाई घंटे बाद तक उन्हें न तो कोई अन्य स्टीमर मिला और न ही गोताखोर। लोगों का आरोप था कि, जिम्मेदार लोगों से गोताखोरों की जानकारी करने में जुटे रहे।
आनन फानन में बुलाई जल पुलिस
थाना मरका क्षेत्र यमुना नदी में नाव पलटने से पुलिस महकमा चौकन्ना हो गया। बताया जा रहा है कि, एसडीआरएफ व जल पुलिस की टीमों को भी बुलाया गया है। हालांकि शाम 5.30 तक गोताखोरों की मदद से बचाव कार्य जारी रखने का दावा किया गया।
Updated on:
11 Aug 2022 06:10 pm
Published on:
11 Aug 2022 05:24 pm
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