
बांदा. जिले में सिंचाई विभाग के जूनियर इंजीनियर (जेई) रामभवन द्वारा बच्चों के यौन शोषण के मामले में बड़ा खुलासा सामने आया है। सीबीआई की अब तक की जांच के मुताबिक, रामभवन ने लगभग 70 से ज्यादा बच्चों का यौन शोषण किया है। जिन बच्चों का यौन शोषण किया गया है उन्हें एचआईवी होने का शक है। दिल्ली के एम्स अस्पताल में रामभवन के टेस्ट किए जा रहे हैं। आठ डॉक्टरों की एक टीम रामभवन का टेस्ट कर रही है जिससे बच्चों को बीमारी से बचाया जा सके। डॉक्टरों की टीम रामभवन की मानसिक, एचआईवी और पीडोफाइल टेस्ट कर रही है।
सीबीआई जांच में पता चला है कि रामभवन ने चार साल के बच्चों से लेकर 22 साल तक के युवकों के साथ यौन संबंध बनाए। रामभवन ने अपने रिश्तेदारों के बच्चों को भी नहीं बख्शा। रामभवन ने उनके साथ भी यौन संबंध बनाए थे। सीबीआई अब रामभवन को सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लैब लेकर जाएगी।
दरअसल, सीबीआई यौन शोषण के वीडियो में मौजूद आवाजों का मिलान कराना चाहती है। यौन शोषण के वीडियो में कई जगहों पर वो अलग-अलग बातें कह रहा है। लिहाजा अब सीबीआई की लैब में उसका वॉइस सैंपल टेस्ट किया जाएगा। उसकी आवाज के वीडियो में मौजूद आवाज से मिलान करवाया जाएगा। बीती 29 दिसंबर को सीबीआई ने उसकी पत्नी को भी गिरफ्तार किया था। रामभवन की पत्नी पत्नी दुर्गावती पर पॉक्सो अधिनियम की धारा-17 (बाल यौन शोषण अपराध में मदद करना और छिपाना) और 120बी (षड्यंत्र में शामिल होना) के तहत आरोप लगा है।
सीबीआई ने रामभवन को 16 नवम्बर को किया था गिरफ्तार
गौरतलब है कि सीबीआई ने कथित तौर पर कई बच्चों का यौन शोषण करने और उनके अश्लील वीडियो व फोटो पॉर्न साइटों को बेचने के मामले 16 नवंबर को जेई रामभवन को गिरफ्तार किया था। उस पर करीब 10 साल से इस कुकर्म को करने का गंभीर आरोप है। सीबीआई की टीम ने चित्रकूट में जूनियर इंजीनियर और उसके साथियों के आवास की तलाशी ली थी। तलाशी के दौरान करीब आठ लाख रुपए नकद, 12 मोबाइल फोन, लैपटॉप, वेब-कैमरा और अन्य इलेक्ट्रॉनिक स्टोरेज डिवाइस मिले थे। रामभवन कथित तौर पर ऑनलाइन वीडियो और फोटोग्राफ की बिक्री करता था।
Published on:
11 Jan 2021 02:40 pm
बड़ी खबरें
View Allबांदा
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
