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कर्नाटक में किसान परिवार के 11 लोगों ने जीती कोरोना से जंग, लोगों से की यह अपील

चार पीढिय़ों के लोग शामिल

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बेंगलूरु. कर्नाटक में कोरोना के बढ़ते बढ़ते मामलों और खौफ के बीच शिकारीपुर तालुक के एक किसान परिवार के 11 जनों ने कोरोना को मात दी है। इनमें परिवार की चार पीढिय़ों के लोग शामिल हैं। स्वस्थ होने के बाद उन्होंने कोरोना संक्रमित लोगों से अपील की है कि बिना किसी भय या घबराहट के सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करें। कोरोना को मात देकर मिसाल बन चुके परिवार में अलग-अलग उम्र के लोग शामिल हैं।

बताया जाता है कि परिवार कुछ लोगों ने बेंगलूरु और दावणगेरे में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लिया था जिसके बाद से ही नवीन कुलकर्णी (43) व श्रीदेवी (31) को बुखार हो गया था। दोनों ने सिरलकोप्पा के निकट तलगुंदा के प्राथमिक स्वास्थ्य जांच केन्द्र में 10 अप्रेल को कोविड-19 जांच कराई।

रिपोर्ट उस दिन नहीं मिली तो दोनों ने समझा कि वे कोरोना संक्रमित नहीं हैं। 17 अप्रेल को जब उन्हें जांच रिपोर्ट मिली तो दोनों को कोरोना पॉजिटिव बताया गया था। बाद में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी चिकित्सकों के साथ उनके घर पहुंचे और इलाज के लिए अस्पताल ले गए।

उसी दिन परिवार के दस अन्य लोगों के भी सैम्पल लिए गए। जिसमें से 9 लोगों को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद उन्हें इलाज के लिए शिकारीपुर तालुक अस्पताल ले जाया गया। जहां से डिस्चार्ज होने के बाद अब वे लोग होम आइसोलेशन में हैं। एक उदाहरण बनकर लोगों को भयभीत नहीं होने और चिकित्सकों के निर्देश मानने की सलाह दे रहे हैं।

कोरोना कोई असाध्य बीमारी नहीं

नवीन कुलकर्णी ने कहा कि यदि कोई गंभीर बीमारी नहीं है तो कोरोना को हराना आसान है। हमने कोविड पॉजिटिव होने के बाद चिकित्सक की सलाह पर दवा ली थी। लोगों को यह नहीं मानना चाहिए कि कोरोना असाध्य बीमारी है।