
यातायात वार्डन की सतर्कता से माता-पिता से मिली 2 वर्षीय बच्ची
बेंगलूरु. एक महिला यातायात वार्डन की सतर्कता के कारण अपने परिजनों से बिछड़़ गई दो साल की बच्ची सकुशल परिवार को मिल गई।
पुलिस ने बताया कि व्हाइटफील्ड यातायात वार्डन के मंजू मेहरा रविवार शाम करीब तीन बजे अपनी ड्यूटी खत्म करने के बाद घर में गमलों में पानी डाल रही थी।
उसी दौरान उन्होंने देखा कि एक छोटी बच्ची अकेली सड़क पर जा रही है। वह बच्ची को अपने पास लाई और उससे बात करने की कोशिश करने लगी। हालांकि बच्ची थक गई थी और भूखी थी। मेहरा ने उसे पहले खाना खिलाया और फिर उसे लेकर व्हाइटफील्ड थाने चली गई।
इस दौरान ने आसपास के कई घरों में पूछा कि यह बच्ची किसकी है। यातायात वार्डन के रूप में काम करने से वह क्षेत्र में एक जानी पहचानी चेहरा है। उन्होंने अपने पहचान के कई ऑटो रिक्शा वालों और अन्य लोगों को भी सूचित किया वे पता लगाएं कि किसके घर से बच्ची गुमशुदा हो गई है।
वहीं पुलिस स्टेशन पहुंचने पर पुलिस ने भी कंट्रोल रूम और व्हाटसअप गु्रपों में अकेली बच्ची के पाए जाने की सूचना दी। इस दौरान काफी कोशिश के बाद बच्ची ने अपना नाम नीतू बताया।
वहीं सात 7 बजे के करीब जयनगर थाने में गिरीश कुमार और सौम्या नामक दंपत्ति ने अपनी बच्ची के खोने की शिकायत दर्ज कराई जिसका नाम नीतू बताया।
उन्होंने बताया कि वे व्हाइटफील्ड के पास साई लेआउट स्थित अपने एक रिश्तेदार के घर गए थे जहां दूसरे बच्चों के साथ खेलने के दौरान बच्ची गुम हो गई। पुलिस ने तुरंत उन्हें व्हाइटफील्ड थाने में बच्ची के होने के बारे में बताया। व्हाइटफील्ड पुलिस ने जरुरी पूछताछ और जानकारी के बाद दंपत्ति को बच्ची सौंप दिया।
दंपत्ति ने बताया कि बच्ची अन्य बच्चों के साथ लुका-छिपी खेल रही थी। उस दौरान अन्य बच्चे छत पर छिप गए जबकि नीतू सड़क पर निकल गई और फिर रास्ता भटक कर काफी दूर चली गई।
दंपत्ति को शाम करीब 4.30 बजे महसूस हुआ कि उनकी बच्ची अन्य बच्चों के साथ नहीं है जिसके बाद वे छानबीन करने लगे। पुलिस ने दंपत्ति को भविष्य में इस प्रकार की लापरवाही न बरतने की चेतावनी दी। साथ ही वार्डन की जागरुकता की सराहना की।
Published on:
16 Oct 2018 05:12 pm
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