
हाई फीवर के उप विजेता बने बेंगलूरु के लिखित डी. जैन
बेंगलूरु. टेलीविजन पर दिखाए जा रहे फेमस रियलिटी शो हाई फीवर- डांस का नया तेवर शो के फाइनल में बेंगलूरु के 10 वर्षीय लिखित डी. जैन एवं 20 वर्षीय फैजान मलिक की जोड़ी उप विजेता बनी है। फाइनल मुकाबले के निर्णायक बेंगलूरु निवासी दिनेश भंसाली के सुपुत्र लिखित डी. जैन एवं फैजान मलिक के इनोवेटिव मूव्स एवं डांस से बहुत प्रभावित हुए।
उन्हें 5 लाख का पुरस्कार एवं फस्र्ट रनरअप की चमचमाती रजत ट्राफी प्रदान की गई। मलिक एवं जैन ने बताया कि वे प्रतिदिन करीब 10 घंटे डांस का नियमित अभ्यास करते थे। वे हर कदम को आकर्षक बनाना चाहते थे। वे हमेशा इस शो को जीतने का लक्ष्य लेकर मंच पर उतरते थे। इसके साथ ही वे डांस और कॉमेडी में बैलेंसिंग का पूरा ध्यान रखते थे जिससे लोग उनको दिल से चाहते हैं।
तेरापंथ महिला मंडल का वार्षिक अधिवेशन
मंड्या. तेरापंथ महिला मंडल की ओर से बुधवार को वार्षिक अधिवेशन एवं साधारण सभा का आयोजन मुख्य बाजार स्थित तेरापंथ सभा भवन में किया गया। शुरुआत प्रेरणा गीत से हुई। डिंपल भंसाली ने आने वाले वर्ष की रूपरेखा रखी। अधिवेशन में समता भंसाली ने स्वागत भाषण, अध्यक्ष किरण भंसाली व मंत्री पूनम बोहरा ने गति प्रगति का विवरण, नमिता भंसाली ने संविधान वाचन और हेमा सेठिया ने लेखाजोखा पेश किया। धन्यवाद यशोदा भंसाली ने दिया।
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भागवत कथा का आयोजन 5 तक
बेंगलूरु. जय शंकर सेवा समिति की ओर से वैष्णव समाज, गांधीनगर भवन में भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया गया है। बुधवार को कथा में प्रह्लाद चरित्र और नृसिंह अवतार के बारे में बताया गया। कथा पांच अगस्त तक जारी रहेगी।
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धन पाने में व्यर्थ न हो मनुष्य जीवन
मैसूरु. सुमतिनाथ जैन संघ की ओर से महावीर भवन में आयोजित धर्मसभा में आचार्य विजय रत्नसेन सूरीश्वर ने कहा कि देवों को भी दुर्लभ मनुष्य जन्म पाकर जो व्यक्ति अपना पूरा जीवन धन को पाने मे खो देता है वह दुनिया का सबसे बड़ा मूर्ख है। आज अधिकांश लोगों की यही मान्यता है कि धन से व्यक्ति सुखी हो सकता है परंतु दुनिया का सबसे बड़ा झूठ है कि धन व्यक्ति को सुखी बना सकता है।आचार्य ने कहा कि धन से सुख के साधन खरीदे जा सकते हैं, किंतु सुख नहीं। धन से वातानुकूलित शयन गृह खरीदा जा सकता है, किंतु नींद नहीं। धन से प्रशंसक खरीदे जा सकते हैं, किंतु हितचिंतक नहीं। धन से दवाइयां खरीदी जा सकती हैं, किंतु स्वास्थ्य नहीं। उन्होंने कहा कि जीवन जीने के लिए धन मात्र साधन ही होना चाहिए, साध्य नहीं।

Published on:
02 Aug 2018 08:34 pm
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