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अब ऑनलाइन बिकेगी रेत, मलेशिया से आ रही खेप

एमएसआइएल से ऑनलाइन बुकिंग करा सकेंगे रेत, 1.5 लाख टन रेत मलेशिया से आंध्र प्रदेश के कृष्णपट्टणम बंदरगाह पर लाया गया

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अब ऑनलाइन बिकेगी रेत, मलेशिया से आ रही खेप

बेंगलूरु . रेत की तंगी से जूझते निर्माण उद्योग सहित आम लोगों को अब मकान बनवाने के लिए रेत की कमी नहीं होगी। बस एक क्लिक से रेत की बुकिंग हो जाएगी और कुछ समय बाद रेत की आपूर्ति हो जाएगी। मैसूरु सेल्स इंटरनेशनल लिमिटेड (एमएसआइएल) ने मलेशिया से आयातित रेत को ऑनलाइन बेचने की योजना बनाई है, जिसके लिए प्रति टन चार हजार रुपए का दर निर्धारित होगा।

एमएसआइएल की इस योजना से रेत माफिया पर नकेल कसेगी और आम लोगों को बिना किसी परेशानी के सीधे रेत खरीददारी करने की सुविधा होगी। एमएसआइएल जल्द ही ऑनलाइन रेत बिक्री की शुरुआत करेगा। आम नागरिकों के साथ ही बिल्डर को भी रेत बुकिंग की सुविधा होगी और वे किसी भी निकटस्थ एमएसआइएल यार्ड से 50 किलो के बोरे में रेत खरीद सकते हैं।

हालांकि बाद में यथास्थान पहुंचाने की सुविधा शुरू की जाएगी। राज्य में रेत की कमी को देखते हुए पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने मलेश्यिा से रेत आयात करने का करार किया था। इसी के तहत करीब 1.5 लाख टन रेत मलेशिया से आंध्र प्रदेश के कृष्णपट्टणम पोर्ट पर लाया गया और वहां से बेंगलूरु के चन्नसन्द्रा, रामनगर के बिड़दी, बेंगलूरु ग्रामीण के दोड्डबल्लापुर, तुमकूरु आदि स्थित एमएसआइएल के यार्डों में रेत की आपूर्ति की जा रही है। रेत को मलेशिया से कृष्णपट्टणम पोर्ट तक लाने में चार से छह दिनों का समय लगता है और वहां उसे 50 किलो की बोरी में रेत की पैंकिंग करने के बाद उसे मालगाड़ी से बेंगलूरु भेजा जाता है।

एमएसआइएल का कहना है कि मलेशिया से आयातित रेत दुनिया भर में अपनी उत्तम गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं। यह राज्य में 4000 रुपए प्रति टन (जीएसटी के साथ) की दर से बिक्री के लिए उपलब्ध है, जबकि स्थानीय रेत की कीमत दोगुनी है। ग्राहकों की सुविधा के लिए वे ऑनलाइन बुङ्क्षकग कराकर रेत खरीद सकते हैं। अगर आज बुकिंग की जाती है तो आज के दिन ही आपूर्ति संभव है। मलेशिया से हुए करार के अनुसार अगले पांच वर्षों तक प्रति महीने 3 लाख टन रेत की आूपर्ति राज्य में होनी है।